रायपुर: राजधानी के रामकृष्ण हॉस्पिटल में दो मरीज़ों का इलाज चल रहा है. डॉ गिरीश अग्रवाल ने बताया कि लगभग ढाई तीन साल बाद फिर से स्वाइन फ्लू के मरीज़ मिलने लगे हैं. रामकृष्ण हॉस्पिटल में दो मरीज़ इलाज कराने पहुंचे है , जांच कराने के बाद पता चला कि उनको स्वाइन फ्लू है. समय पर इलाज मिलने से एक मरीज़ की हालात अभी स्थिर है. हालत ठीक होने के बाद मरीज को डिस्चार्ज किया गया है. दूसरी मरीज़ तिल्दा निवासी 30 साल की महिला है. वो अभी भी वेंटिलेटर पर है. तीसरा मरीज़ सुयश हॉस्पिटल में भर्ती है और चौथा मरीज़ भी अन्य प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती है.
तबाही मचा सकता है ये फ्लू
डॉ अग्रवाल ने कहा कि कितना फैल सकता है इसको लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है. क्योंकि एक समय हमने देखा है कि पूरा आईसीयू वेंटिलेटर स्वाइन फ्लू के मरीज़ों से भरा होता था. सावधानी एक बड़ा उपचार है.
सावधानी ज़रूरी
कोरोना की तरह ही स्वाइन फ्लू एक दूसरे को फैलता है इसलिए जो वायरल प्रोटोकॉल है. उसका पालन करना चाहिए मरीज़ से दूरी बना के रखे, मास्क लगाए, नियमित हाथ धोते रहे.
क्यों होता है स्वाइन फ्लू
हॉस्पिटल बोर्ड के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता ने कहा कि जैसा ही लक्षण दिखें विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाएं नीम हकीम के चक्कर में न रहें. समय रहते बीमारी को कंट्रोल करना आसान होता.