Story by: Retesh
जगदलपुर।
बकावंड जनपद के ग्राम पंचायत जैबैल व जैबेल क्रमांक दो में प्रधानमंत्रत्री आवास योजना व मरनरेगा में व्यापक धांधली का मामला सामने आया है। मामले में एक नाम के दूसरे व्यक्ति को राशि जारी करने, आवास योजना में मररेगा के तहत दी जाने वाली अतिरिक्त राशि का गबने करने तथा फर्जी जाब कार्ड बनाने के गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। जिला पंचायत से गए जांच दल को ग्रमीणों के नाराजगी का सामना करना पड़ा। गुस्साए हितग्राहियों ने जांच दल पर दोषियों से मिलीभगत का आरोप लगाते गांव से खदेड़ दिया
किसी का बना भुगतान किसी को दिया
पीड़ित पक्षों में से भकचंद भारती ने बताया कि वर्ष 2018-19 में उसने आवास योजना के अंतर्गत आवेदन दिया था। उसका प्रकरण जनपद से स्वीकृत भी किया गया। उसके आवास आईडी क्रमांक सीएच 2867647 के जरिए एक लाख 30 हजार रूपये उपसरंपच भकचंद बघेल के नाम से आहरित कर ली गई।जब वह जनपद पंचायत पतासाजी करने पहुंचा तब उसे इस गड़बड़झाला की जानकारी हुई।
मंगतू कश्यप के नाम से आवास योजना के तहत पूरी राशि डकार ली गई
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मंगतू ने बताया कि जब उसने शिकायत की तो आवास मित्र ने आनन-फानन मेें 50 हजार रूपये खर्च कर एक कक्ष का मकान बना दिया। वह भी जर्जर हो गया है।
इसी प्रकार नोबेल देवांगन ने बताया कि उसे योजना के तहत तीन किश्तें तो दी गई पर मनरेगा के तहत दी जाने वाली अतिरिक्त राशि 16 हजार 820 रूपये आज तक नहीं दिया गया है।
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इनके अलावा सुखमति कश्यप, राधा कश्यप व तुलावति के नाम से भी फर्जीवाड़ा कर राशि आहरित करने का गंभीर आरोप हितग्राहियों ने लगाया है।
बाक्स: स्वर्गवासी लोग भी कर रहे मनरेगा में मजदूरी
छत्तीसगढ़ में मनरेगा योजना में व्यापक बंदरबाट किया गया है। रोजगार सहायक व पंचायत प्रतिनिधियों की मिलीभगत से स्वर्गवासी, नाबालिग तथा ऐसे व्यक्ति, जो गांव से बाहर रह रहे हैं, उनके नाम से फर्जी जाब कार्ड बनाया गया है। साथ ही राशि का गबन किया गया है। गांव के बैशाखी, धेनवा व सनाम के नाम से जाब कार्ड जारी किया गया है। साथ ही चांद पिता लखन नामक नाबालिग के नाम से भी जाब कार्ड बनाकर राशि आहरित की गई है। इसके अलावा दर्जनों ऐसे लोगों के नाम से कार्ड बने हैं, जिन्होंने काम ही नहीं किया है।