कोपरा क्षेत्र में हो रहे रुक रुककर बारिश से प्राथमिक विद्यालय परिसर में बारिश का पानी बच्चों के घुटनो तक भर गया हैं। जिसे छोटे छोटे स्कूली पानी को पार कर स्कूल जाने पर मजबूर हैं। वही रायपुर से गरियाबंद नेशनल हाईवे में पानी निकासी नही होने से पैदल चलने वाले राहगीर एवं स्कूली बच्चों को मार्ग में चलने वाले बस, कार, मोटरसाइकिल से पढ़ने जाने बच्चों को गंदा पानी उस पर छिटकने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। यह हाल बारिश के दिनों में हर साल यह परेशानी होती हैं। इसका प्रमुख कारण नेशनल हाईवे से लगा हुआ नाली बंद और जाम पड़ा हैं। बस स्टैंड के सामने दुकानदारों ने भी नाली को मिट्टी डाल कर पाट दिया हैं। जल के निकास की व्यवस्था अभी तक से नहीं हुई है,जिसके कारण स्कूल परिसर में बारिश का पानी जाम हो जाता हैं। नेशनल हाईवे से स्कूल तक जाने के लिए बच्चों व पालकों को भी घुटने भर पानी को पार करना पड़ता हैं। जिसे लेकर कुछ पालकों द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रति नाराजगी हैं।
शिक्षा का हाल बेहाल- प्राथमिक विद्यालय कोपरा में कुल 148 बालक बालिका अध्ययनरत हैं। जिसमें बालक 82 एवं बालिका 66 हैं। जिसके लिए स्कूल में प्रधानपाठक सहित 6 शिक्षक हैं। स्कूल परिसर में हैण्ड पम्प बहुत दिनों से बंद पड़ा हैं। नतीजतन बच्चे पानी पीने के लिए हाईस्कूल परिसर जाते हैं। मध्यान्ह भोजन के बाद कुछ बच्चे शीतला तालाब में जाकर थाली धोते रहते हैं। यह तालाब काफी गहरा होने के कारण बच्चों के पालको को रोजाना चिंता लगा रहता है।
मध्यान्ह भोजन संचालन से प्रधान पाठक असन्तुष्ट- प्रधानपाठक जुबैद खान ने बताया कि मध्यान्ह भोजन के संचालनकर्ता को बार बार बोला जाता हैं। उसके बाद भी भोजन व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा हैं। आज सोमवार को 148 बच्चे में से 120 बच्चे उपस्थित थे। उनके लिए 10 किलों चावल, 1 किलों दाल और थोड़ी सी मात्रा में कढ़ी की सब्जी बनाया गया था। जबकि इसके लिए संचालन समूह को शासन से प्रत्येक बच्चे के हिसाब से 100 ग्राम चावल दिया जाता हैं। अन्य सामग्री के लिए प्रत्येक बच्चे के हिसाब से पांच रुपये पच्चीस पैसे दिया जाता हैं। जिसमें दाल 20 ग्राम, सब्जी 50 ग्राम, तेल 5 ग्राम हिसाब से दिया जाता हैं। रसोइयों ने कहा कि हमारे द्वारा संचालनकर्ता को कहा जाता हैं। लेकिन वह जितना हैं उतना ही बनाओ कहकर चले जाते हैं।
पालकों ने कहा शाला विकास समिति राशि उपलब्ध हैं- स्कूल समिति में लगभग तीन एकड़ जमीन भी हैं।जिसे प्रति वर्ष दोनों फसल में रेग पर दिया जाता हैं। पूर्व में 60 हजार रुपये में रेग दिया गया था। अभी रेग के लिए नीलामी नही है। प्रधानपाठक जुबेद खान ने बताया कि विकास समिति का कुछ पैसा अध्यक्ष के पास हैं। बच्चों के भविष्य को देखते हुए एक सप्ताह के अंदर रास्ते में मुरुम डलवा दिया जायेगा। बारिश के पानी के कारण बच्चों एवं पालकों को स्कूल पहुंचे में परेशानी हो रहीं हैं। इस समस्या को लेकर मेरे द्वारा ग्राम पंचायत कोपरा को भी समस्या से अवगत करवाया गया हैं। समस्या का समाधान जल्द ही कर लिया जाएगा।