छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में 190 BSF जवान पॉजिटिव...एंटीजन टेस्ट में निगेटिव BSF जवानों को ड्यूटी पर भेजा, RTPCR में निकले पॉजिटिव, फैला संक्रमण। Featured

बोलता गांव डेस्क।। कांकेर में सोमवार को 113 नए संक्रमित मिले हैं। इसमें सिदेसर के सरकारी स्कूल में 17 छात्र व स्टाफ और सिकसोड़ के बीएसएफ कैंप में 35 जवान पॉजिटिव पाए गए हैं। जिले में लगातार स्कूल व कैंपों में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। अभी 9 वीं से 12वीं तक की कक्षाएं ऑफ लाइन लगाई जा रही हैं। जिससे इन छात्रों पर संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है।

 

बताया जा रहा है कुछ जवान बाहर से आए थे। जिन्हें क्वारेन्टीन कर उनका रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया था। जिसमें वे निगेटिव पाए गए थे। इसके बाद आरटीपीसीआर की रिपाेर्ट आए बिना ही जवान ड्यूटी करने लगे थे। लेकिन रिपोर्ट आई उसमें कुछ काे पॉजिटिव मिले। जिससे बाकी जवानों का 11 जनवरी को सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। लेकिन तब तक यहां कोरोना का संक्रमण फैल गया था। इन जवानों की 17 जनवरी को आई रिपोर्ट में 35 जवानों को पॉजिटिव पाया गया।

 

छत्तीसगढ़ में बढ़ते कोरोना संक्रमण ने बड़ी संख्या में जवानों को अपनी चपेट में ले लिया है। बस्तर संभाग में तैनात 190 जवान पॉजिटिव हो चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा संख्या सुकमा में तैनात जवानों की है। अकेले इसी जिले में 160 जवान पॉजिटिव मिले हैं। बताया जा रहा है कि ज्यादातर जवान छुट्‌टी में घर गए थे। इसके बाद लौटे तो RT-PCR रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

 

इनके अलावा बीजापुर में 19 और नारायणपुर में 10 जवान संक्रमित हो चुके हैं। अफसरों का कहना है कि हम पूरी तरह से सावधानी बरत रहे हैं। छुट्‌टी से लौटने के बाद जवानों को 14 दिन तक क्वारैंटाइन भी रखा जाता है। इसके लिए कैंप में ही सेंटर बनाए गए हैं। कोविड प्रोटोकॉल का भी पालन किया जा रहा है।

 

कोरोना के बढ़ रहे आंकड़ों को रविवार का झटका लगा है। इसकी वजह से 19-20% तक की दैनिक संक्रमण दर अचानक घटकर 12.17% पर आ गई। दरअसल रविवार को केवल 32 हजार 563 सैंपल लिए जा सके। इस दौरान 3 हजार 963 नए मरीज सामने आए। संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। यह पिछले सप्ताह रोज मिल रहे मरीजों की संख्या से करीब आधी है। इसकी वजह से आंकड़ों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। उधर, मार्च से 12-14 साल के बच्चों को कोविड टीका कोवैक्सीन लगना शुरू होगा।

 

विशेषज्ञों का कहना है, पिछले चार दिनों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थोड़ी स्थिर हुई है। दिसम्बर के आखिर और जनवरी की शुरुआत में यह जिस रफ्तार से बढ़ रहा था वह डरावना था। एक जनवरी को प्रदेश में 23 हजार 590 नमूनों की जांच हुई। उस दिन 279 नए मामले सामने आए थे।

एक व्यक्ति की मौत हुई। इसकी बदौलत प्रदेश में एक्टिव कोरोना मरीजों की कुल संख्या एक हजार 17 हो गई। उस दिन के बाद से कोरोना ने रफ्तार पकड़ी। 7 जनवरी को 46 हजार नमूनों की जांच में 3 हजार 455 लोग संक्रमित मिले। 15 जनवरी को नए मरीजों की संख्या बढ़कर 5 हजार 525 हो चुकी थी। 14 जनवरी को 6 हजार 153 नए मरीज मिले। यह तीसरी लहर के दौरान एक दिन में अब तक मिली मरीजों की सबसे बड़ी संख्या थी। उसके बाद संक्रमितों के आंकड़े घट रहे हैं।

 

फरवरी तक पीक की संभावना

 

डॉ. भीमराव आम्बेडकर अस्पताल में क्रिटिकल केयर विभाग के प्रमुख डॉ. ओपी सुंदरानी का कहना है कि अभी मरीजों के अस्पताल आने की दर बेहद कम है। अगले फरवरी तक इस लहर का पीक आ सकता है। संभव है कि उस समय तक किसी-किसी शहर में संक्रमण दर 50% तक पहुंच जाए। यानी 100 लोगों की जांच में 50 लोग पॉजिटिव मिले। उनमें से कुछ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा तो मरीजों की संख्या बढ़ जाएगी।

 

मौतों का आंकड़ा कम नहीं हुआ

 

रविवार की वजह से कोरोना संक्रमण के केस जरूर कम हुए लेकिन कोरोना से हो रही मौत नहीं थमी। प्रदेश भर में 7 मरीजों की मौत हुई है। इसमें से दो रायपुर के मरीज थे। एक-एक मरीज दुर्ग, धमतरी, जांजगीर-चांपा, बलरामपुर और कांकेर जिलों के थे। एक दिन पहले यानी 15 जनवरी को भी 8 लोगों की जान गई थी। एक जनवरी से अब तक कोरोना की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 54 हो गई है।

Rate this item
(0 votes)

Leave a comment

Make sure you enter all the required information, indicated by an asterisk (*). HTML code is not allowed.

RO No 13073/15
RO No 13073/15
RO No 13073/15
RO No 13073/15

MP info RSS Feed