बोलता गांव डेस्क।। कोरोना की प्रचंड लहर के बीच उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो गया।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सरकार से चुनाव टालने का अनुरोध किया था। लेकिन इसके बाद भी चुनाव प्रक्रिया 14 जनवरी से आरंभ हो रही है जो 7 मार्च तक समपन्न होगी।
10 मार्च को मतों की गिनती होगी। चुनाव आयोग का तर्क है, चूंकि लगभग सभी दल समय पर चुनाव कराये जाने के पक्षधर थे, इसलिए चुनाव कार्यक्रम घोषित किये गये।
पिछले 24 घंटे में कोरोना के करीब 1 लाख 41 हजार नये मामले आये हैं। भारत में 21 फीसदी की दर से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री के घर कोरोना पहुंच चुका है।
सीएम की पत्नी और पुत्र संक्रिमत हैं। सीएम के प्रधान सचिव भी आइसोलेशन में हैं। उत्तर प्रदेश में रोजाना करीब दो हजार नये संक्रिमत मिल रहे हैं।
महामारी की तीसरी लहर के बीच चुनाव कराये जाने का एलान किया गया है। चुनाव आयोग का दावा है कि कोरोना में सुरक्षित चुनाव कराना उसका कर्तव्य है। लेकिन उसका यह दावा पिछले साल फेल हो गया था। तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ा कर चुनावी रैलियां की गयी थीं। मद्रास हाईकोर्ट ने यहां तक कहा था कि चुनाव आयोग ही दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार है। इसलिए 2022 में चुनाव आयोग ने 15 जनवरी तक रैलियों पर रोक लगा दी है। आशंका है कि भारत के चुनावी इतिहास में पहली बार कोई चुनाव बिना सभा और रैलियों के होगा।