बोलता गांव डेस्क।। नाबालिग बालक के पिता (minor boy's father) आवेदक विनोद टोप्पो (Applicant vinod toppo) निवासी तातापानी थाना रामानुजगंज प्राधिकरण से प्राप्त आवेदन अनुसार इनका 16 वर्षीय नाबालिग पुत्र (16 year's old minor son) जिसे एजेंट सिकेस किस्पोट्टा निवासी जिला गढ़वा झारखंड द्वारा दिनांक 9 अगस्त 2021 को अपने साथ लालच देकर भगाकर बैंगलोर कर्नाटक ले गया था एवं नाबालिग से Authentic ocean Treasure Surimi नाम के मछली उद्योग कंपनी में बंधक बनाकर जबरन काम कराया (being forced in fish industry) जा रहा था।
बाल संरक्षण गृह मंगलुरु में रखा गया था सुरक्षित।
आवेदक के नाबालिग पुत्र को काम के दौरान प्रताणित किया जा रहा था 11 अक्टूबर को मछली उद्योग बैंगलोर से भागकर जिला मंगलुरु चला गया नाबालिग बालक के द्वारा किसी का मोबाइल फोन लेकर अपने पिता को इसकी सूचना दी इसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन के माध्यम से नाबालिग बालक को बाल कल्याण समिति मंगलुरु के बाल संरक्षण गृह में सुरक्षित रखा गया था उनके द्वारा आवेदक के पुत्र को लेने हेतु आवेदक को बुलाया गया आवेदक ने बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह अपने पुत्र को लेने नहीं जा सकता है।
नाबालिग बालक की हुई घर वापसी।
प्राधिकरण की सचिव रेशमा बैरागी द्वारा नाबालिग बालक को घर वापस लाने के लिए तत्काल कार्यवाही करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं महिला बाल विकास विभाग से संपर्क किया गया, बालक की वास्तविक स्थिति का पता लगाते हुए संबंधितों से संपर्क कर बालक की घर वापसी का प्रयास किया गया जिसकी बदौलत नाबालिक बालक की घर वापसी हुई है, जिसके पश्चात बालक को विधिवत उसके माता-पिता को सौंपा गया है।
By- उज्जवल तिवारी बलरामपुर|