बोलता गांव डेस्क।। अरब देशों में खाद्यान्न निर्यात करने वाले देशों में भारत ने ब्राजील को पीछे छोड़ दिया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अरब-ब्राजील चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत ने 15 वर्षों में पहली बार खाद्य निर्यात में ब्राजील को पीछे छोड़ दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दो सालों में कोविड महामारी के दौरान अरब देशों में खाद्यान्न उपलब्ध करवाने वाला प्रमुख देश बन गया है।
ब्राजील रहा है प्रमुख भागीदार
अब तक अरब वर्ल्ड ब्राजील के लिए सबसे महत्वपूर्ण व्यापार भागीदारों में से एक रहा है, लेकिन अब ब्राजील को पीछे छोड़कर भारत ने अरब देशों के बाजार पर अपना कब्जा जमा लिया है। कोरोना महामारी के दौरान अरब देशों ने खाद्यान्न को लेकर भारत पर काफी ज्यादा भरोसा जाताया और भारत उन देशों के भरोसे पर पूरी तरह से खड़ा उतरा है। अरब-ब्राजील चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल 22 अरब देशों द्वारा आयात किए गये कुल कृषि व्यवसाय उत्पादों में ब्राजील का हिस्सा 8.15 प्रतिशत हो गया, जबकि भारत ने ब्राजील को पीछा छोड़ते हुए 8.25 प्रतिशत कृषि व्यवसाय उत्पाद पर कब्जा कर लिया। जिससे ब्राजील का 15 साल का वर्चस्व समाप्त हो गया।
नये बाजारों तक पहुंच बनाता भारत
अरब वर्ल्ड में ब्राजील का कृषि निर्यात पिछले साल सिर्फ 1.4% बढ़ा है और उसका व्यापार 8.17 बिलियन डॉलर हो गया। चैंबर के आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल जनवरी और अक्टूबर के बीच कुल बिक्री 6.78 बिलियन डॉलर रही, जो 5.5% थी। महामारी के दौरान अपने स्वयं के खाद्य आविष्कारों को बढ़ावा देने के लिए चीन के धक्का ने भी अरबों के साथ ब्राजील के कुछ व्यापार को बदल दिया है। सऊदी अरब जैसे प्रमुख देशों ने वैकल्पिक आपूर्तिकर्ताओं की तलाश करते हुए घरेलू खाद्य उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कदम बढ़ाया है। चैंबर ने एक बयान में कहा कि, "यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है। सउदी अभी भी बड़े खरीदार हैं, लेकिन वे भोजन के री-एक्सपोर्टर भी हैं।"
कई देशों में ब्राजील को झटका
कोरोना काल में जहां कृषि उत्पाद व्यवसाय में भारत को जबरदस्त फायदा हुआ है, वहीं ब्राडील ने शिपिंग मार्ग में आई रूकावटों की जह से तुर्की, अमेरिका, फ्रांस और अर्जेंटीना में भी अपना जमीन खो दिया है और इन देशों में भी पहुंच बनाने में भारत ने कामयाबी हासिल की है। चेंबर के अनुसार, पहले ब्राजील से शिपमेंट को सऊदी अरब पहुंचने में 30 दिनों का वक्त लगता था, लेकिन कोविड 19 की वजह से आई रूकावटों ने इस अवधि को दोगुना कर दिया और अब 60 दिन तक लग सकते हैं। जबकि भारत के भौगोलिक लाभ मिलता है और भारत महज एक हफ्ते में ही फल, सब्जियां, चीनी, अनाज और मांस अरब देशों तक पहुंचा देता है। लिहाजा भारत ने काफी तेजी के साथ अरब देशों के बाजार में ना सिर्फ अपनी पहुंच बना ली, बल्कि विस्तार करने में भी कामयाबी हासिल कर ली है।