छत्तीसगढ़ देश का एक ऐसा राज्य है, जहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधा से वंचित एक बड़े वर्ग को उनके घरों तक पहंुचकर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा राज्य में शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना शुरू की गई। उन्हांेने यह योजना प्रारंभ कर निम्न आय वर्ग के लोगों की सुध ली है। इस जनकल्याणकारी योजना से लोगों के चेहरे पर मुस्कान आई है।
इस योजना के धरातल पर उतरने से स्लम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के माथे से चिंता की एक बड़ी लकीर मिट गई है। पहले लोगों को अस्तपतालों के चक्कर लगाने पड़ते थे। पैसे के अभाव में इन्हें अच्छा इलाज भी नहीं मिल पाता था पर अब परिस्थितियां बदल गई है।
मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना से शहरों के स्लम क्षेत्रों में रहने वाले लोगोें को बेहतर इलाज तो मिल रहा है साथ में निःशुल्क लैब टेस्ट की सुविधा और दवाई भी मिल रही है। कलेक्टर डाॅ. सारांश मित्तर के मार्गदर्शन में बिलासपुर जिले में अब तक इस योजना से 73 हजार 294 लोग लाभान्वित हो चुके है।
यही नहीं प्रदेश के मुखिया ने महिलाओं के लिए विशेष तौर पर दाई-दीदी क्लिनिक की भी शुरूआत की है, जिसमें बिलासपुर शहर में अब तक 225 कैंप के जरिए 17 हजार 232 महिलाओं का इलाज किया गया है। इसके अलावा 2 हजार 894 महिलाओं का निःशुल्क टेस्ट तथा 16 हजार 662 महिलाओं को निःशुल्क दवा भी वितरित की गई है।
लोगों के द्वार तक पहुंचने वाली मेडिकल मोबाईल यूनिट स्वंय में पूरा अस्पताल है जिसमें डाक्टरों समेत मेडिकल स्टाॅफ, मेडिकल उपकरण सहित सभी आवश्यक सुविधाएं मौजूद है। इसके अलावा मरीजों के निःशुल्क लैब टेस्ट की भी सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। मोबाईल यूनिट में ईसीजी, ब्लड प्रेशर, प्लस आॅक्सीमीटर जैसे स्वास्थ्य उपकरण भी उपलब्ध है। इस योजना से मिल रहे फायदे का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि बिलासपुर में 98 प्रतिशत लोगों ने इसे सराहा है और दो प्रतिशत लोगों ने ठीक-ठाक कहा है।
योजना की शुरूआत 1 नवम्बर से -
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत् राज्य के सभी नगर निगमों में स्लम एरिया के निवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से मेडिकल मोबाईल यूनिट के जरिए निःशुल्क इलाज की सुविधा योजना की शुरूआत 1 नवम्बर 2020 को की गई। जिसमें बिलासपुर नगरीय निकाय में दस माह में अब तक 967 शिविरों का आयोजन किया गया है जिसमें 73 हजार 294 मरीजों का इलाज किया गया है। इसके अलावा मेडिकल मोबाइल यूनिट मंे उपलब्ध लैब में अब तक 10011 लोगों का निःशुल्क टेस्ट किया गया है, वहीं योजना के तहत् 70 हजार 301 लोगों को निःशुल्क दवाईयों भी बांटी गई है।