नई दिल्ली. मोदी सरकार ने मेडिकल छात्रों को लेकर बड़ा ऐलान किया है. देश में मेडिकल एजुकेशन के क्षेत्र में सरकार द्वारा ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है. अब ऑल इंडिया कोटे के तहत अंडरग्रेजुएट/पोस्ट ग्रेजुएट, मेडिकल तथा डेंटल शिक्षा में अब ओबीसी वर्ग (OBC) के छात्रों को 27% और कमजोर आय वर्ग (EWS) के छात्रों को 10% आरक्षण दिया जाएगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है. मांडविया ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘इस निर्णय से मेडिकल तथा डेंटल शिक्षा में प्रवेश के लिए OBC तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) से आने वाले 5,550 छात्र लाभान्वित होंगे. देश में पिछड़े तथा कमजोर आय वर्ग के उत्थान के लिए उन्हें आरक्षण देने को सरकार प्रतिबद्ध है.
पीएम मोदी ने भी इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि इस फैसले से मेडिकल फिल्ड में आने वाले छात्रों को काफी मदद मिलेगी.
https://twitter.com/narendramodi/status/1420687083228729351?s=20
संवैधानिक संशोधन किया गया
उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश में ईडब्ल्यूएस श्रेणी से संबंधित छात्रों को लाभ प्रदान करने के लिए 2019 में एक संवैधानिक संशोधन किया गया, जिसने ईडब्ल्यूएस श्रेणी के लिए 10% आरक्षण का प्रावधान किया. तदनुसार इस अतिरिक्त 10% ईडब्ल्यूएस आरक्षण को समायोजित करने के लिए 2019-20 और 2020-21 में मेडिकल/डेंटल कॉलेजों में सीटों में दो साल की वृद्धि की गई ताकि अनारक्षित श्रेणी के लिए उपलब्ध सीटों की कुल संख्या कम न हो. हालांकि एआईक्यू सीटों पर यह लाभ अभी तक नहीं बढ़ाया गया था.
इसलिए ओबीसी के लिए 27% आरक्षण के साथ, वर्तमान शैक्षणिक वर्ष 2021-22 से सभी स्नातक/स्नातकोत्तर चिकित्सा/दंत चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए एआईक्यू सीटों में ईडब्ल्यूएस के लिए 10% आरक्षण भी बढ़ाया जा रहा है. इससे हर साल एमबीबीएस के 550 से अधिक ईडब्ल्यूएस छात्रों और पीजी मेडिकल पाठ्यक्रमों के लिए लगभग 1000 ईडब्ल्यूएस छात्रों को फायदा होगा. उपरोक्त निर्णय पिछड़े और ईडब्ल्यूएस श्रेणी के छात्रों के लिए उचित आरक्षण प्रदान करने की सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतिबिंब है.
यह निर्णय 2014 के बाद से चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए महत्वपूर्ण सुधारों के अनुरूप भी है. पिछले छह वर्षों के दौरान, देश में एमबीबीएस सीटें 2014 में 54,348 सीटों से बढ़कर 2020 में 84,649 सीटों तक पहुंच गई हैं. पीजी सीटों की संख्या 2014 में 30,191 सीटों से बढ़कर 2020 में 54,275 सीटों पर पहुंच गई है. इसी अवधि के दौरान, 179 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए हैं और अब देश में 558 (सरकार: 289, प्राइवेट: 269) मेडिकल कॉलेज हैं.