प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीरिया, तुर्की में भूकंप से हुई लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। श्री मोदी ने कहा है कि हम सीरियाई लोगों के दुख से आहत हैं और उन्हें इस कठिन समय में सहायता एवं समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा;
"यह जानकर गहरा दुख हुआ कि विनाशकारी भूकंप ने सीरिया को भी प्रभावित किया है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। हम सीरियाई लोगों के दुख से आहत हैं और उन्हें इस कठिन समय में सहायता एवं समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
https://twitter.com/narendramodi/status/1622471684866576385?s=20&t=DXZE5svgtwGq8VbwJ2Pu3Q
तुर्की और सीरिया में सोमवार की सुबह 7.8 तीव्रता का एक बड़ा भूकंप आया जिसमें अब तक 1300 लोगों की मौत की खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि इस प्राकृतिक हादसे में पांच हजार से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. इस भूकंप में तीन हजार के करीब इमारतें गिर गईं और मलबे के भीतर हजारों लोग दब गए. तुर्की का ऐतिहासिक गजियांटेप कैसल भी इस भूकंप में ढह गया. 2,200 से अधिक साल पहले बना यह कैसल तुर्की के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता था.
https://twitter.com/narendramodi/status/1622529048650866689?s=20&t=TLyyuO6baxYQaeU7KWt4Wg
तुर्की में भीषण भूकंप ने 1000 से अधिक लोगों की जान ले ली है. इस मुश्किल घड़ी में भारत ने तुर्की को हर संभव मदद की पेशकश की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप में जान-माल के भारी नुकसान पर शोक व्यक्त किया है और कहा है कि भारत तुर्की के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है.
.विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी तुर्की में इस तबाही पर शोक जताया है.
उन्होंने ट्वीट किया, 'तुर्की में आए भूकंप में जान-माल की क्षति से काफी दुखी हूं. तुर्की के विदेश मंत्री को अवगत करा दिया गया है कि इस कठिन समय में हमारी संवेदना और समर्थन तुर्की के साथ हैं.'
https://twitter.com/DrSJaishankar/status/1622476720468295682?s=20&t=yMe6M2lpzzZMrWwEOR9R7A
प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि पीएम मोदी के निर्देश पर तुर्की को तत्काल मदद भेजने के लिए पीएम के मुख्य सचिव पीके मिश्रा ने अहम बैठक बुलाई. बैठक में फैसला लिया गया कि तुर्की को जल्द से जल्द राहत सामग्री भेजी जाएगी. NDRF की दो टीमें तुर्की रवाना होंगी जिसमें विशेष डॉग स्कॉड सहित 100 जवान शामिल होंगे. दक्ष डॉक्टरों और पेरामेडिक्स की एक मेडिकल टीम भी तुर्की रवाना होने के लिए तैयार है