देश में वाहन ईंधन की कीमतों में बीते चार मई से अब तक 20 बार बढ़ोतरी हो चुकी है. इससे देश के विभिन्न हिस्सों में अब पेट्रोल ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है. चार मई के बाद से पेट्रोल का दाम में 4.69 रुपये और डीजल के दाम 5.28 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है.
सरकारी तेल कंपनियों ने लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की है। आज 7 जून को पेट्रोल 28 पैसे प्रति लीटर और डीजल 27 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है। दिल्ली में पेट्रोल 95.31 रुपये प्रति लीटर और डीजल 86.22 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है। बता दें कि एक दिन पहले यानी रविवार (6 जून) को पेट्रोल के रेट 27 पैसे प्रति लीटर और डीजल के भाव 29 पैसे प्रति लीटर बढ़े थे।
दिल्ली के अलावा अन्य शहरों की बात करें तो मुंबई में पेट्रोल आज 101.52 में और डीजल 93.98 रुपये में मिलेगा। इसी प्रकार चेन्नई में पेट्रोल 96.71 रुपये और डीजल 90.92 रुपये में मिलेगा। कोलकाता में भी पेट्रोल 95.28 रुपये और डीजल 89.07 रुपये में मिलेगा।
छत्तीसगढ़ में पेट्रोल डीजल के दाम
छत्तीसगढ़ में पेट्रोल-डीजल के दाम (prices of petrol diesel) में बढ़ोतरी देखी गई है. रायपुर में पेट्रोल का दाम आज 93.07 रुपए/लीटर और डीजल का दाम 92.73 रुपए/लीटर है.
छह राज्यों और संघ शासित प्रदेशों 100 पार
वाहन ईंधन कीमतों में चार मई से 20 बार बढ़ोतरी हुई है. इससे देश के विभिन्न हिस्सों में अब पेट्रोल ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है.
अभी छह राज्यों और संघ शासित प्रदेशों- राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और लद्दाख में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गया है.
चुनाव के चलते ठहरे थे दाम
बीते मार्च से देश के 5 राज्यों में विधानसभा के चुनाव की हलचल थी। जिसके चलते कच्चा तेल महंगा होने के बाद भी पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़े थे। हालांकि, इस बीच कच्चा तेल सस्ता होने के बाद चार किस्तों में पेट्रोल-डीजल के दाम घटे हैं। इससे पेट्रोल 77 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ था। सरकारी तेल कंपनियों ने 27 फरवरी 2021 को डीजल के दाम में 17 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। इसके बाद दो महीने से भी ज्यादा दिनों तक इसके दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। हालांकि बीते मार्च-अप्रैल के दौरान डीजल के दाम में ठहर ठहर कर चार दिन 77 पैसे प्रति लीटर की कटौती हुई।
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बता दें कि भारतीय ईंधन की कीमतें पिछले एक साल में काफी बढ़ गई हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशासन ने सार्वजनिक वित्त को मजबूती प्रदान करने के लिए बार-बार बिक्री कर में बढ़ोतरी की है. कर अब खुदरा मूल्य का लगभग 60 प्रतिशत हो गए हैं
मालूम हो कि पेट्रोल और डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है. इन्हीं मानकों के आधार पर पेट्रोल और डीजल के दाम रोज तय करने का काम तेल कंपनियां करती हैं