Hathras Stampede: 'रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में हो हाथरस हादसे की जांच', CJI को भेजी गई सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका Featured

Hathras Stampede Supreme Court: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. शीर्ष अदालत में जनहित याचिका दायर कर मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में घटना की जांच करवाई जाए. सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार (5 जुलाई) को इस याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग को लेकर मेंशन किया गया. कोर्ट ने कहा कि इस मामले में मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को अवगत करवाया जाए.

मुख्य न्यायाधीश को भेजे गए मेल में आगे कहा गया है कि उत्तर प्रदेश सरकार को हाथरस हादसे पर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया जाए. उन सभी व्यक्तियों और अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई की जाए, जिन्होंने लापरवाही बरती है. याचिका में यह भी कहा गया है कि भविष्य में भी इस तरीके के आयोजनों में इस तरह की घटना ना घटे इसको लेकर भी नियम बनाया जाए. ऐसे नियम बनाने के लिए राज्य सरकार को निर्देश देने की मांग भी याचिका में की गई है. 

 

राहुल गांधी ने हाथरस का दौरा किया

 

कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को हाथरस और अलीगढ़ का दौरा किया. हाथरस में सत्संग के दौरान जान गंवाने वाले ज्यादातर लोग इन्हीं दो जिलों के रहने वाले थे. राहुल ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें मदद का आश्वासन दिया. राहुल ने कहा कि मुआवजे की राशि को बढ़ाया जाना चाहिए, क्योंकि पीड़ित परिवार काफी ज्यादा गरीब हैं. साथ ही मामले की जांच की जानी चाहिए. सरकार ने मृतकों के लिए 2 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है.

 

सीएम योगी को सौंपी गई एसआईटी रिपोर्ट

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हाथरस हादसे की एसआईटी रिपोर्ट सौंप दी गई है. 15 पेज की इस रिपोर्ट में डीएम और एसपी समेत करीब 100 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं. सूत्रों ने बताया है कि रिपोर्ट में कुछ राजनीतिक लोगों के नामों का भी जिक्र किया गया है. बताया गया है कि इन नेताओं को चुनाव जीताने में बाबा की भूमिका रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रिपोर्ट में राजनीतिक साजिश को लेकर भी बात की गई है. बाबा के सेवादार की भी भूमिका पर सवाल उठे हैं.

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