बोलता गांव डेस्क।।
Uttarkashi Tunnel Collapse: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में यमुनोत्री हाईवे पर बन रहे टनल में हुए हादसे को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। उत्तराखंड पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सुरंग में मलवा हटाने का कार्य लगातार जारी है। रेस्क्यू से जुड़ा हेल्पलाइन नंबर 7455991223 जारी किया गया है।
उत्तराखंड पुलिस ने बताया है कि वायरलेस वाकी-टॉकी से टनल के अंदर फंसे मजदूरों से सम्पर्क हुआ है, सभी के सुरक्षित होने की जानकारी मिली है, मजदूरों के लिये कैम्प्रेसर के माध्यम से कुछ खाने के पैकेट अंदर भिजवाये गये हैं। टनल में पानी के पाइप के जरिये लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। जिससे फिलहाल प्रशासन से लेकर सभी के लिए राहत की खबर है। साथ ही अपनों का इंतजार कर रहे परिजनों ने भी राहत की खबर आई है।
उत्तरकाशी के सिल्क्यारा से डंडालगांव तक बनाई जा रही सुरंग का हिस्सा धंस गया है। हादसे में 40 मजदूर मलबे में फंसे बताए गए है। हादसा मजदूरों की शिफ्ट बदलने के दौरान हुआ है। हादसे को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर नजर बनाएहुए हैं। स्थानीय विधायक, जनप्रतिनिधि, प्रशासन से लेकर पूरा महकमा मौके पर मौजूद हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने लिखा, 'लेपचा, हिमाचल प्रदेश से लौटते ही आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने फोन के माध्यम से आज उत्तरकाशी के सिल्क्यारा के पास टनल निर्माण के समय मलबा आने की वजह से टनल में फंसे श्रमिकों की स्थिति, राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।
अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार निर्माणाधीन टनल में 24 घंटे काम चल रहा है। टनल में लगभग ढाई किलोमीटर अंदर काम चल रहा है। हादसे के पहले रात की शिफ्ट वाले मजदूर टनल से बाहर आ रहे थे और दिन की शिफ्ट वाले मजदूर टनल के अंदर जा रहे थे। तभी टनल के मुहाने से 300 मीटर अंदर मिट्टी गिरने लगी। करीबन टनल का 30 मीटर का हिस्सा मिट्टी से पट गया है।
सुरंग में फंसे मजदूर उत्तराखंड सहित झारखंड, बिहार, उत्तरप्रदेश व हिमाचल, ओडिशा राज्यों के हैं। फंसने वाले मजदूरों में उत्तराखंड के कोटद्वार व पिथौराढ़ के दो समेत बिहार के 4, पश्चिम बंगाल के 3, असम के 2, झारखंड के 15, उत्तरप्रदेश के 8, हिमाचल का एक और ओडिशा के पांच शामिल हैं।