बोलता गांव डेस्क।।
छ्त्तीसगढ़ के बस्तर में इन दिनों नक्सली तेंदूपत्ता ठेकेदारों से लाखों रुपए की डिमांड कर रहे हैं। पैसे नहीं देने पर फड़ में रखे तेंदूपत्ता को आग लगा रहे हैं। शुक्रवार को भी बस्तर के 2 अलग-अलग जिलों में नक्सलियों ने फड़ में आग लगा दी। जिससे फॉरेस्ट को लाखों रुपए का नुकसान झेलना पड़ा। वहीं नक्सलियों ने सप्ताहभर के अंदर इस तरह की करीब 3 से 4 घटनाओं को अंजाम दिया है। ऐसे में ठेकेदारों में भी अब दहशत का माहौल है।
शुक्रवार को माओवादियों ने इंद्रावती नदी पार कोशलनार गांव के तेंदूपत्ता फड़ में आग लगा दी। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले नक्सलियों ने ठेकेदार से लाखों रुपए की डिमांड की थी। लेकिन, नक्सलियों तक पैसा नहीं पहुंचा। इसी गुस्से में आकर नक्सलियों की पूर्वी बस्तर डिवीजन कमेटी ने वारदात कर दी। फॉरेस्ट विभाग की मानें तो इस फड़ में करीब 324 बोरा तेंदूपत्ता रखा हुआ था। 88 बोरे का परिवहन हो चुका था।
नक्सलियों ने 184 बोरे में आग लगा दी। जिससे लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। वारदात के बाद नक्सलियों ने मौके पर बैनर-पोस्टर भी चस्पा किए हैं। जिसमें लिखा है कि ठेकेदार ने संगठन तक फंड नहीं पहुंचाया। इसलिए वारदात की गई है। हालांकि, कितने रुपए की डिमांड की गई थी इस बात का जिक्र बैनर-पोस्टर में नहीं है। मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेस्ट की टीम मामले की जांच कर रही है। जवानों ने बैनर-पोस्टर बरामद कर लिए हैं।
कांकेर में भी की वारदात
उधर, कांकेर जिले के पखांजूर में भी नक्सलियों ने वारदात की है। ऐसा बताया जा रहा है कि, वहां नक्सलियों ने कुल 5 फड़ में आग लगाई है। तेंदूपत्ता का रेट 600 रुपए करने की मांग की है।
ट्रक में लगाई थी
कुछ दिन पहले नक्सलियों ने दंतेवाड़ा जिले के रोंजे में उत्पात मचाया था। इस फड़ में रखे लाखों रुपए के तेंदूपत्ता को आग के हवाले कर दिया था। इसके अलावा तेंदूपत्ता से भरे एक ट्रक में भी आग लगा दी थी। जिससे भारी नुकसान हुआ था। वारदात के पहले नक्सलियों ने ठेकेदार से पैसों की डिमांड की थी। नहीं देने पर वारदात की थी।