बोलता गांव डेस्क।। छत्तीसगढ़ के युवा अब राज्य के विकास में भी सहभागी बन पाएगें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर गठित राजीव युवा मितान क्लब का उद्देश्य युवाओं को रचनात्मक कार्यों से जोड़ने के अलावा युवाओं के माध्यम से जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाना है। क्लब से जुड़कर युवा खेलों को आगे बढ़ाने के साथ ही छतीसगढ़ की संस्कृति और पर्यावरण के सरंक्षण एवं संवर्धन के लिए भी कार्य करेंगे और राज्य के सर्वांगीण विकास में सहायक होंगे। राजीव युवा मितान क्लब के गठन की घोषणा मुख्यमंत्री श्री बघेल के द्वारा 12 जनवरी 2020 को राज्य युवा महोत्सव के अवसर पर की गई थी। इस योजना का विधिवत शुभारंभ 18 सितंबर 2021 को किया गया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने योजना शुरू करते हुए कहा था कि युवाओं को संगठित करके उनकी ऊर्जा का उपयोग नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने में करेंगे। युवा प्रतिभा को तराशना और उन्हें उपयुक्त मंच प्रदान करने सरकार की जिम्मेदारी है। युवा शक्ति, राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण पूंजी है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि राजीव युवा मितान क्लब के माध्यम से युवा शक्ति को एक दिशा मिलेगी। जिसका लाभ पूरे राज्य को मिलेगा।
राज्य की ग्राम पंचायतों एव नगरीय निकायों में राजीव युवा मितान क्लब का गठन किया जाएगा। प्रदेश के 11 हजार 664 ग्राम पंचायतों में प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक-एक क्लब एवं 169 नगरीय निकाय में जनसंख्या के अनुपात में 1605 क्लबों का गठन किया जाना है। इस प्रकार कुल 13हजार 269 राजीव युवा मितान क्लब चरणबद्ध तरीके से गठित होगी। प्रत्येक क्लब में 20 से 40 युवा होंगे। जिनकी आयु 15 से 40 वर्ष के मध्य होगी। प्रत्येक क्लब को प्रति तीन माह में 25 हजार रूपए का अनुदान दिया जाएगा। इस तरह हर वर्ष क्लब को एक लाख रूपए मिलेंगे। राज्य के 13 हजार 269 क्लबों को वर्ष भर में 132.69 करोड़ रूपए की अनुदान प्रस्तावित की गई है। वर्ष 2021-22 के वार्षिक बजट में राजीव युवा मितान क्लब के लिए राशि 50 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान किया गया है। अब तक जिलों को 20 करोड़ की राशि आबंटित की जा चुकी है।
युवा मितान क्लब के प्रभावी रूप से संचालन के लिए राज्य स्तर से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक समिति गठित की गई है। योजना के क्रियान्वयन, पर्यवेक्षण एवं मार्गदर्शन के लिए राज्य स्तर पर मंत्री स्तरीय समिति होगी, जिसके अध्यक्ष राज्य के मुख्यमंत्री तथा खेल एवं युवा कल्याण विभाग के मंत्री उपाध्यक्ष होंगे। राज्य स्तर पर कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष मुख्य सचिव, जिला स्तर पर कार्यकारिणी समिति के संरक्षक प्रभारी मंत्री तथा अध्यक्ष जिला कलेक्टर एवं उपाध्यक्ष पुलिस अधीक्षक होंगे। अनुभाग स्तर पर समिति के अध्यक्ष अनुविभागीय अधिकारी राजस्व होंगे। ग्राम पंचायतों में योजना के क्रियान्वयन का दायित्व अनुविभागीय अधिकारी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत होंगें। नगरीय क्षेत्रों में क्रियान्यवन का दायित्व आयुक्त नगर निगम एवं सी.एम.ओ. नगरीय निकाय का होगा।