बोलता गांव डेस्क।। शीतकालीन सत्र के दूसरे हफ्ते में राज्यसभा के कामकाज में सुधार हुआ है। सूत्रों के मुताबिक राज्यसभा की प्रोडक्टिविटी 52.50 फीसदी बढ़ा है। 29 नवंबर को शुरू हुए शीतकालीन सत्र के पहले हफ्ते के मुताबिक दूसरे हफ्ते में 5.60 फीसदी का इजाफा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक 12 सांसदों के निलंबन को रद्द करने की विपक्ष की मांग के बीच शीतकालीन सत्र के दूसरे सप्ताह के दौरान राज्यसभा के कामकाज में पहले सप्ताह की तुलना में 5.60% सुधार हुआ है। सदन ने 52.50% की प्रोडक्टिविटी दर्ज की है।
सूत्रों के मुताबिक वर्तमान शीतकालीन सत्र के इन दो हफ्तों के दौरान, राज्यसभा ने पहले सप्ताह के दौरान 2 विधेयक और दूसरे हफ्ते के दौरान 3 विधेयक पारित किया गया है। राज्यसभा में सरकार के विधायी काम पर कुल 32.25 समय खर्च हुआ है। राज्यसभा सचिवालय के मुताबिक कुल 27 जीरो ऑवर और 15 स्पेशल मेंशस सदन में हुए थे।
बता दें कि 29 नवंबर को शुरू हुए शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही 12 विपक्षी सांसदों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था। मानसून सत्र में इन सांसदों के अशोभनीय आचरण को लेकर राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने निलंबित किया था। उसके बाद उनके निलंबन को रद्द करने की मांग को भी एम वेंकैया नायडू ने खारिज कर दिया था। एम वेंकैया नायडू ने कहा था कि सांसदों ने कोई गुजारिश नहीं की है और नाही माफी मांगी है। इस कार्रवाई को लेकर विपक्ष ने आक्रामक तेवर दिखाएं, जिसका विरोध वो अभी तक कर रहे हैं। बता दें कि शीतकालीन सत्र के 23 दिसंबर को खत्म होने की उम्मीद है।