रायगढ़: लैलूंगा में पिछली रात घटित रहस्यमय डबल मर्डर केस में अब तक के पुलिस इन्वेस्टिगेशन में चोरी एवं डकैती का एंगल फेल हो गया है। अर्थात दोनों का मर्डर चोरी डकैती के कारण नहीं हुआ। पिछली रात लैलूंगा के प्रतिष्ठित राइस मिल ओनर् एवं कांग्रेस के एल्डरमैन मदन मित्तल एवं उनकी पत्नी अंजू मित्तल की हत्या अज्ञात व्यक्तियों द्वारा कर दी गई।
हत्या में किसी भी तरह का हथियार उपयोग नहीं किया गया बल्कि उनकी हत्या गला दबाकर कर दिया गया। पहले पुलिस का एंगल चोरी डकैती से संबंधित था परंतु पुलिस जब क्राइम सीन का निरीक्षण करने गई तो उन्होंने पाया कि जहां घटना घटित हुआ उसके ठीक बगल के कमरे में एक करोड़ रुपए के सोने के गहने पड़े हुए थे। इस कारण चोरी एवं डकैती का एंगल फेल हो गया बिलासपुर रेंज के आईजी रतनलाल डांगी ने भी क्राइम सीन का निरीक्षण किया मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने बिलासपुर से फॉरेंसिक टीम एवं साइबर सेल की स्पेशल टीम को लैलूंगा के लिए रवाना किया।
रायगढ़ पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के अनुसार मदन मित्तल अंजू मित्तल डबल मर्डर केस का इन्वेस्टिगेशन पूरे प्रोफेशनल ढंग से की जा रही है पोस्टमार्टम की शॉर्ट टर्म रिपोर्ट में स्वास अवरुद्ध होकर मृत्यु होना बताया गया!रायगढ़ अधिकारी व सायबर सेल कि टीम ने क्राइम सीन का अवलोकन किया और चोरी डकैती के संभावना को पूरी तरह खारिज करते हुए मर्डर मोटिव के संबंध में इस नतीजे पर पहुंचा की मर्डर का इन्वेस्टिगेशन एंगल गंभीर पुरानी साजिश की ओर इंगित कर रही है।