रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीजा से दो दिन पहले महिला स्व-सहायता समूहों का 12.77 करोड़ रुपए का ऋण माफ करने की घोषणा की है. पोला के अवसर पर की गई इस घोषणा से सरगुजा से लेकर बस्तर तक सक्रिय हजारों महिला स्व-सहायता समूहों को फायदा होगा. इससे न केवल उन्हें आर्थिक बोझ से मुक्ति मिलेगी, बल्कि समूह के काम को भी आगे बढ़ाने में सफल होंगी.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित सीएम हाउस में आज तीजा-पोरा तिहार का बड़े धूमधाम से आयोजन किया गया है। छत्तीसगढ़ में तीजा की विशिष्ट परम्परा है, कि महिलाएं तीजा मनाने ससुराल से मायके आती हैं। तीजा मनाने के लिए बेटियों को पिता या भाई ससुराल से लेकर आते है।
इसी के तहत इस बार सीएम निवास में आयोजित पोरा-तीजा तिहार के लिए कार्यक्रम में बहनों को आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम में दिल्ली से कई कांग्रेस नेत्री पहुंची है।
छत्तीसगढ़ का पोरा-तिहार मूल रूप से खेती-किसानी से जुड़ा पर्व है। खेती किसानी में बैल और गौवंशीय पशुओं के महत्व को देखते हुए इस दिन उनके प्रति आभार प्रकट करने की परम्परा है।
छत्तीसगढ़ के गांवों में बैलों को विशेष रूप से सजाया जाता है। उनकी पूजा-अर्चना की जाती है। घरों में बच्चे मिट्टी से बने नंदीबैल और बर्तनों के खिलौनों से खेलते हैं। घरों में ठेठरी, खुरमी, गुड़-चीला, गुलगुल भजिया जैसे पकवान तैयार किए जाते हैं और उत्सव मनाया जाता है। बैलों की दौड़ भी इस अवसर पर आयोजित की जाती है।
कार्यक्रम में साथ-साथ नजर आए CM बघेल और मंत्री टीएस सिंहदेव
छत्तीसगढ़ में चल रहे सीएम के ढ़ाई-ढ़ाई साल के विवाद के बीच सीएम हाउस में आयोजित तीजा त्योहार में शिरकत करने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी पहुंचे है। दोपहर बाद करीब 12.35 में टीएस सिंहदेव मुख्यमंत्री निवास में बने मंच पर अपने चिर परीचित अंदाज में सभी को अभिवादन करते हुए जैसे ही वो मुख्यमंत्री के करीब पहुंचे, तो सीएम भूपेश बघेल ने भी उठकर उनका अभिवादन किया।
वहीं टीएस सिंहदेव ने भी मंच में सीएम बघेल को हमारे प्रिय आदरणीय मुख्यमंत्री जी बोल कर समान व्यक्त किया है।
तीजा-पोरा समूह की महिला बहनों को मिली बड़ी सौगात
तीजा-पोरा पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समूह की महिला बहनों को बड़ी सौगात दी है। दरअसल मुख्यमंत्री ने महिला स्व सहायता समूहों का 12.77 करोड़ रूपए का ऋण माफ किया। बता दें मुख्यमंत्री ने घोषणा पत्र में महिला बहनों के लिए ये वादा किया था। जिससे आज पूरा भी कर दिया है।