बोलता गांव डेस्क।।
देश की सबसे तेज चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखा नागपुर से बिलासपुर के लिए रवाना किया। इस दौरान कांग्रेस के विधायक रेलवे स्टेशन से नदारद रहे। बता दें कि ट्रेन को हरी झंडी दिखाने कांग्रेस के विधायकों को भी आमंत्रित किया गया था।
कांग्रेस विधायक एवं रेलवे में सदस्य विकास उपाध्याय ने इस ट्रेन का कहा, हमें वंदे भारत ट्रेन शुरूआत करने से कोई आपत्ति नहीं है, परन्तु जिस तरह से इसे आम जनता के लिए नहीं बल्कि खास के लिए चलाई जा रही है उसको लेकर आपत्ति है। केन्द्र सरकार ने इसके किराया का निर्धारण जिस तरह से किया है, उसे लेकर घोर आपत्ति है और इसी के चलते हमने तय किया है कि उक्त ट्रेन को हरी झण्डी दिखाने हम अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करायेंगे।
विधायक एवं रेलवे बोर्ड में सदस्य विकास उपाध्याय ने कहा कि केन्द्र सरकार जहाँ विभिन्न लोकल एवं अन्य ट्रेनों को बन्द कर भारत की अस्मिता से स्पर्शकर्ता वंदे भारत के नाम पर ट्रेनों की शुरूआत कर आम जनता की जेब से मोटी रकम वसुलने की योजना बना रही है, वहीं उसकी कोशिश यह भी हो रही है कि सामान्य व्यक्ति उक्त ट्रेन के आवागमन में लाभ न लें सके।
उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि निश्चित रूप से भारत की रेल व्यवस्था में उत्तरोत्तर सुधार के साथ नये जमाने के अनुसार ट्रेनों की शुरूआत होनी चाहिए। परन्तु इसका मतलब यह नहीं कि उसे पूरी तरह से आम जनता पर बोझ के रूप में डाल उन्हें उससे वंचित किया जाये। उन्होंने कहा, वंदे भारत ट्रेन की शुरूआत छत्तीसगढ़ से नागपुर तक चलाये जाने का वे स्वागत करते हैं, परन्तु जिस तरह से इसके किराया में 40 प्रतिशत से भी ज्यादा की बढ़ोत्तरी की गई है, उस पर हम कड़ी आपत्ति दर्ज करते हैं।
गौरतलब हो कि आज वंदे भारत ट्रेन नागपुर से रवाना होकर बिलासपुर पहुँचेगी। इस बीच छत्तीसगढ़ की सीमा पर पहुँचने के पश्चात् विभिन्न स्टेशनों में कांग्रेस विधायकों को उपस्थित होकर हरी झण्डी दिखाने आमंत्रित किया गया है। विधायक विकास उपाध्याय, रेलवे मुख्य स्टेशन में वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा एवं कुलदीप जुनेजा के साथ ही बिलासपुर में विधायक शैलेष पाण्डेय को इस तरह का आमंत्रण मिला है। जिन्होंने सामूहिक तौर पर इसका बहिष्कार किया है।
साथ ही इस संदर्भ में रेलवे बोर्ड में सदस्य विकास उपाध्याय ने केन्द्रीय रेल मंत्री एवं केन्द्रीय रेलवे बोर्ड के अधिकारियों को पत्र भेजकर कहा है कि वे बेतहाशा उक्त ट्रेन के किराया वृद्धि में संशोधन कर मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर किराया तय करें।