जशपुरनगर
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में महिलाओं को ससशक्त बनाने एवं उन्हें आजीविका से जोड़ने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा विभिन्न गतिविधियों संचालित की जा रही है। जिसके अंतर्गत जिले के गौठानों से जुड़े स्व-सहायता समूह की महिलाओं को नवाचार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। जिससे वे अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सके। जिला प्रशासन के द्वारा उन्हें हर संभव मदद के साथ ही मशीन, रा-मेटेरियल सहित प्रशिक्षण भी प्रदान की जा रही है। जिसका लाभ लेकर जशपुर जिले की महिलाएं खुद को स्वावलंबन की दिशा में अग्रसर करने में समर्थ हो रही है।
इसी योजना से बालाछापर गोठान की लक्ष्मी स्व-सहायता समूह की महिलाओं को प्रशासन के माध्यम से 4 लाख 90 हजार रुपए की राशि से दो वाहन उपलब्ध कराकर उन्हें मोटर ड्राईविंग प्रशिक्षण केन्द्र चलाने हेतु प्रोत्साहित किया गया । जिस पर महिलाओं के द्वारा उक्त प्रशिक्षण के लिए बेहतर प्रयास किए गए। जिससे महिलाओं को मात्र 20 दिनों में ही कुल 23 हजार रुपए का मुनाफा हो गया है।
स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्हें उपलब्ध कराए गए वाहन से वह आमदनी अर्जित करना शुरू कर दिए है। उन्होंने बताया कि अब तक मोटर ड्राईविंग प्रशिक्षण के लिए कुल 12 व्यक्तियों ने अपना पंजीयन कराया है। प्रशिक्षण के लिए 3000 रुपये शुल्क निर्धारित की गई है। जिससे कुल 36000 रुपए की राशि प्राप्त हुई है। महिलाओं ने बताया कि उक्त राशि से उन्होंने वाहन चालक रखा है जिसे वह 6000 मानदेय भी देते है। समूह को पेट्रोल एवं अन्य खर्च कर अब तक कुल 23 हजार रुपए की बचत हुई है।
समूह की महिलाओं ने बताया कि उन्हें आय से जोड़ने के लिए प्रशासन के द्वारा बहुत ही अच्छा विकल्प दिया गया है। जिससे स्व-सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार मिला है साथ ही उनके माध्यम से दो वाहन चालकों को भी रोजगार से जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि ड्राईविंग प्रशिक्षण के लिए लगातार पंजीयन आ रहे है। जिससे उन्हें और भी आमदनी होने का अनुमान है।