बोलता गांव डेस्क।।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध अब और ज्यादा भीषण रूप ले चुका है. हर बीतते दिन के साथ जमीन पर स्थिति और ज्यादा तनावपूर्ण होती जा रही है. अब उस तनाव को कम करने के लिए ही एक और दौर की बातचीत शुरू होने जा रही है. लेकिन उस बातचीत से पहले यूक्रेन ने अपने प्रतिनिधिमंडल के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी है. उस गाइडलाइन के मुताबिक यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के दौरान ना कुछ खाना है और ना ही कुछ पीना है.
ये भी कहा गया है कि किसी भी चीज को हाथ लगाने से बचना है. यूक्रेन को इस समय Poison Attack का खतरा दिख रहा है. यूक्रेन के विदेश मंत्री ने भी जारी बयान में जोर देकर कहा है कि बातचीत के दौरान कुछ ना खाएं, किसी चीज को हाथ ना लगाएं.
अब इतना सबकुछ इसलिए किया जा रहा है क्योंकि पिछली दौर की बातचीत के बाद कुछ लोगों की तबियत खराब हो गई थी. यूक्रेन की माने तो इस लिस्ट में रूस के अरबपति रोमन अब्रमोविच भी शामिल थे. दावा है कि उनके शरीर पर जहर के लक्षण देखे गए थे, यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल में शामिल कुछ लोगों में भी वैसे ही लक्षण रहे. रूस ने जरूर इन दावों को खारिज कर दिया है, लेकिन यूक्रेन कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है. इसी वजह से यूक्रेन के विदेश मंत्री ने अगले दौर की बातचीत से पहले ये बयान जारी किया.
वैसे Wall Street Journal की एक रिपोर्ट में भी इस जहर वाले दावे की पुष्टि की गई थी. तब बताया गया था कि 3 मार्च की मीटिंग के बाद रोमन अब्रमोविच और यूक्रेन के दो अधिकारियों की तबियत खराब हुई थी. उनकी आंखें लाल थीं, आंसू निकल रहे थे और चेहरे से खाल हट रही थी. रूस-यूक्रेन युद्ध की बात करें तो पिछले 35 दिनों से लगातार हमले जारी हैं. कीव पर रूस का कब्जा तो नहीं हो पाया है लेकिन मारियुपोल और खारकीव जैसे इलाकों में रूसी सेना ने भारी तबाही मचाई है. उस तबाही के बाद परमाणु हमले का खतरा भी बढ़ चुका है. पुतिन के 'यूक्रेन को बर्बाद कर दूंगा' वाले बयान ने भी अटकलों के बाजार को गर्म कर दिया है.