बोलता गांव डेस्क।।
यूक्रेन युद्ध अब 19वें दिन में पहुंच चुका है और अभी तक रूस पूरे युक्रेन पर कब्जा करने में नाकाम रहा है और अमेरिका ने दावा किया है कि, अभी तक यूक्रेन में कामयाबी नहीं मिलने पर रूसी राष्ट्रपति हताश हो गये हैं और हताश होकर पूरे यूक्रेन में बमों की बारिश कर रहे हैं। वहीं, एक और रिपोर्ट में दावा किया गया है कि, यूक्रेन युद्ध में रूस की तरफ से चीन से सैन्य मदद मांगी गई है। ऐस में अब युद्ध विकराल स्थिति ले सकता है। आइये जानते हैं, यूक्रेन युद्ध के 19वें दिन की बड़ी खबरें...
आज फिर होगी रूस-यूक्रेन में बातचीत
वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सोमवार को फिर से कीव और मॉस्को के बीच बातचीत की जाएगी। यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के सलाहकार और बातचीत करने वाली टीम में शामिल मायखाइलो पोडोलियाक ने कहा कि, ''बातचीत लगातार चल रही है और दोनों देशों के बीच फिर से बातचीत होगी। कार्य समूह लगातार काम कर रहे हैं। बड़ी संख्या में मुद्दों पर निरंतर ध्यान देने की आवश्यकता है। सोमवार, 14 मार्च को प्रारंभिक परिणामों को समेटने के लिए एक बातचीत सत्र आयोजित किया जाएगा...''
रूस ने मांगी चीन से मदद
फाइनेंशियल टाइम्स और न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि, रूस ने चीन से सैन्य मदद के साथ साथ आर्थिक मदद भी मांगी है। पिछले 18 दिनों से यूक्रेन में युद्ध लड़ रहे रूस की आर्थिक स्थिति पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गये अत्यंत सख्त आर्थिक प्रतिबंधों से काफी ज्यादा खराब हो चुकी है और सीएनएन ने भी अपनी एक रिपोर्ट में एक शीर्ष अमेरिकी अधिकारी के हवाले से दावा किया है कि, रूस ने चीन से यूक्रेन पर अपने आक्रमण का समर्थन करने के लिए ड्रोन सहित सैन्य सहायता मांगी है। वहीं, वॉशिंगटन स्थिति चीन के राजदूत ने इस खबर का खंडन तो नहीं किया, लेकिन उन्होंने कहा कि, 'मुझे इसकी जानकारी नहीं है'।
हताश हो गये हैं पुतिन- यूएस एनएसए
सीएनएन से बात करते हुए अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर जैक सुलिवन ने कहा है कि, 'व्लादिमीर पुतिन इस तथ्य से निराश हैं कि उनकी सेनाएं उस तरह की प्रगति नहीं कर रही हैं, जो उन्होंने सोचा था कि वे (राजधानी) कीव सहित प्रमुख शहरों पर कब्जा कर लेंगे। लेकिन, ऐसा नहीं हो पाया और रूसी सैनिकों के लिए लक्ष्यों की संख्या में विस्तार हो रहा है और इससे वो बौखला रहे हैं और अब देश के हर हिस्से में नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। यह दर्शाता है कि, वो 'हताश' हो गये हैं।' आपको बता दें कि, रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण किया था और उसके बाद से रूस लगातार यूक्रेनी शहरों को निशाना बना रहा है, लेकिन अभी तक रूसी सेना राजधानी कीव पर कब्जा करने में नाकामयाब रही है। वहीं, अभी तक किसी भी बातचीत का नतीजा नहीं निकला है।
जेलेंस्की ने फिर से नाटो से की अपील
पोलैंड सीमा पर रूसी हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक बार फिर से नाटो देशों को चेतावनी दी है और कहा है कि, रूसी हमला पोलैंड की सीमा तक पहुंच चुका है और अब अगला निशाना नाटो देश होंगे। जेलेंस्की ने नाटो से अपील करते हुए फिर से 'यूक्रेन में नो फ्लाई जोन' घोषित करने की मांग की है। 44 साल के यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि, 'यदि आप हमारे आकाश को बंद नहीं करते हैं, तो यह केवल कुछ समय पहले की बात है जब रूसी रॉकेट आपके क्षेत्र में, नाटो क्षेत्र पर गिरेंगे।'
बाइडेन-मैक्रों में यूक्रेन पर बात
व्हाइट हाउस की ओर से रविवार को एक बयान में कहा गया है कि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फ्रांस के इमैनुएल मैक्रों ने टेलीफोन पर बातचीत के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को युद्ध के लिए जवाबदेह ठहराने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया है। मैक्रों ने इससे पहले पुतिन के उस बयान को लेकर उनकी आलोचना की थी, जिसे उन्होंने यूक्रेन युद्ध को 'विशेष सैन्य अभियान' कहा है।
अमेरिका और चीन में बढ़ा तनाव
यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका और चीन के बीच भी तनाव बढ़ रहा है और दोनों देशों के शीर्ष सहयोगी वार्ता के लिए सोमवार को रोम में मिलने वाले हैं। बीजिंग पर युद्ध को खुले तौर पर रोकने के लिए दबाव डाला गया है क्योंकि क्रेमलिन वैश्विक प्रतिबंधों का सामना कर रहा है। वाशिंगटन ने यह भी कहा है कि मास्को ने बीजिंग से सैन्य सहायता मांगी है। वहीं, अमेरिकी एनएसए ने कहा है कि, अमेरिका की कोशिश है कि, चीन समेत हर उस देश को रोके, जो आर्थिक संकट में फंसे रूस को किसी तरह का मदद कर सकते हैं।
अमेरिकी जर्नलिस्ट की मौत
यूक्रेन युद्ध में अमेरिका के वीडियो जर्नलिस्ट ब्रेंट रेनॉड की गोली लगने से मौत हो गई। ब्रेंट टाइम स्टूडियो प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे और इस वक्त यूक्रेन युद्ध को कवर करने के लिए गये। टाइम पत्रिका ने एक बयान में कहा कि, 'हम ब्रेंट रेनॉड के नुकसान से काफी तबाह महसूस कर रहे हैं। एक पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता और पत्रकार के रूप में ब्रेंट ने दुनिया भर की सबसे कठिन घटनाओं को अक्सर अपने भाई क्रेग रेनॉड के साथ कवर किया है। हाल के दिनों में ब्रेंट शरणार्थी संकट को भी कवर कर रहे थे।
मारियुपोल में भारी तबाही
यूक्रेन के बंदरगाव वाले शहर मारियुपोल में रूसी हमले मे भारी तबाही मची है और रूसी बमबारी में कम से कम 2 हजार से ज्यादा लोग मारे गये हैं। रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति के अनुसार, बंदरगाह शहर में पीड़ा 'काफी ज्यादा' है और सैकड़ों हजारों निवासियों को 'भोजन, पानी और दवा जैसी बुनियादी आवश्यकताओं की अत्यधिक कमी का सामना करना पड़ रहा है'।
बहुत बड़ा शरणार्थी संकट
काला सागर के पास दक्षिणी शहर मायकोलाइव में बम विस्फोटों में नौ लोग मारे गए। वहीं, संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अब तक 27 लाख ज्यादा लोग युद्ध की वजह से पलायन कर चुके हैं और इनमें से 10 लाख से ज्यादा लोग पोलैंड पहुंचे हैं।