पेरिस: अनुभवी खिलाड़ी मनिका बत्रा के शानदार प्रदर्शन के बूते भारतीय महिला टेबल टेनिस टीम ने इतिहास रच दिया। भारतीय टेबल टेनिस टीम पहली बार ओलंपिक में महिला इवेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुंची है। राउंड ऑफ 16 के मैच में भारत ने रोमानिया को 3-2 से हराते हुए अगले दौर में जगह बनाई। क्वार्टर फाइनल में भारत का मुकाबला अमेरिका या जर्मनी से होगा। भारत के लिए श्रीजा अकुला और अर्चना गिरिश कामत की जोड़ी ने डबल्स मैच जीतकर लीड बनाई, इसके बाद मनिका ने अपना सिंगल मैच जीतकर लीड 2-0 कर दी। हालांकि श्रीजा अकुला और अर्चना गिरिश कामत अपना सिंगल मैच गंवा बैठी और रोमानिया ने 2-2 की बराबरी कर ली।
अब आखिरी मैच करो या मरो का था क्योंकि जो भी टीम इसे जीतते वो क्वार्टर फाइनल में पहुंच जाती। ऐसे में मनिका बत्रा ने अपने तजुर्बे का पूरा इस्तेमाल करते हुए विरोधी पैडलर को 11-5, 11-9 और 11-9 से मात दी और भारत के लिए इतिहास रच दिया। इससे पहले श्रीजा अकुला और अर्चना कामथ ने युगल मैच में एडिना डायकोनू और एलिजाबेटा समारा पर 11-9, 12-10, 11-7 से जीत दर्ज करके मुकाबले की शुरुआत की।
मनिका ने अपने से बेहतर रैंकिंग वाली बर्नाडेट जोक्स को 11-5, 11-7, 11-7 से हराया जिससे भारत ने अपने चौथे वरीयता प्राप्त प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ 2-0 की बढ़त हासिल की। प्रतियोगिता में भारत को 11वीं वरीयता दी गई है। दूसरे एकल में पहला गेम जीतने के बाद श्रीजा यूरोपीय चैंपियन समारा से 2-3 (11-8 4-11 11-7 6-11 8-11) से हार गईं।
श्रीजा की हार के बाद अर्चना और बर्नाडेट के बीच मुकाबला हुआ। बर्नाडेट ने पहला गेम 11-5 से जीत लिया लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने दूसरा गेम 11-8 से जीतकर बराबरी हासिल कर ली। बर्नाडेट ने अगले दो गेम 11-7, 11-9 से जीतकर मैच अपने नाम कर लिया और मुकाबला 2-2 से बराबर कर दिया। इसके बाद मनिका ने एडिना को 3-0 (11-5, 11-9, 11-9) से हराकर भारत को अंतिम आठ में जगह दिलाई। पिछले हफ्ते मनिका और श्रीजा दोनों ने ओलंपिक में व्यक्तिगत स्पर्धा में राउंड ऑफ 16 तक पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनकर टेबल टेनिस में इतिहास रचा था। हालांकि दोनों ही खिलाड़ी इसके बाद आगे नहीं बढ़ सकीं और अपने से बेहतर रैंकिंग वाली खिलाड़ियों से हार गईं।