Bastar News:छत्तीसगढ़ के बस्तर में विषम से विषम परिस्थितियों में हथियारबंद हार्डकोर नक्सलियों को पटखनी देने वाले सुरक्षाबलों के जवान इन दिनों मलेरिया के प्रकोप से जूझ रहे है, दरअसल बस्तर में नक्सल मोर्चों पर दूरस्थ कैंपों में तैनात जवान मानसून के मौसम में इन दिनों मलेरिया के चपेट में आकर इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं. बस्तर संभाग में लगातारमलेरिया से ग्रसित जवानो की संख्या बढ़ती जा रही है. इसके अलावा अब CRPF और पुलिस के अधिकारी भी मलेरिय़ा के चपेट आ रहे है.
एसटीएफ के 17 जवान मलेरिया पॉजिटिव
बस्तर मे मलेरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, बस्तर संभाग के संवेदनशील क्षेत्रो मे नक्सलियो से लोहा ले रहे जवान मलेरिया से ग्रसित हो रहे है और तेजी से जवानो मे मलेरिया पाॉजेटिव का ग्राफ बढ़ रहा है, वहीं जवानों के साथ -साथ पुलिस के अधिकारी भी मलेरिया के चपेट मे आ रहे है.
बस्तर जिले में मौजूद STF कैम्प के 17 जवान मलेरिया पॉजिटिव पाए गए है, जिनका इलाज बस्तर के सरकारी अस्पताल में चल रहा है, हालांकि सभी जवानो की हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है, बस्तर एसपी सलभ सिन्हा से मिली जानकारी के मुताबिक STF के ये सभी जवान नक्सल ऑपरेशन में नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में गए हुए थे.
जहां मच्छरों के काटने से जवान बीमार पड़ने लगे और मुख्यालय लौटने के बाद मेडिकल जांच में करीब 20 जवानों की रिपोर्ट मलेरिया पॉजिटिव आयी, हालांकि इनमें 3 जवानों को डिस्चार्ज कर दिया गया है जबकि अन्य जवानों का इलाज जारी है. इसके अलावा सुकमा, दंतेवाड़ा बीजापुर, नारायणपुर और कांकेर में भी नक्सल ऑपरेशन से वापस लौटे कुछ जवान मलेरिया पॉजिटिव आए हैं और इनका भी इलाज जारी है.
एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान जवानों को सतर्कता बरतने के निर्देश
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि मानसून के मौसम में बस्तर के नक्सल प्रभावित इलाकों और घने जंगलों में जवानों को खास सतर्कता बरतना पड़ता है, हालांकि पिछले सालों की तुलना में मलेरिया से बचाव के लिए जवानों के द्वारा काफी सर्तकता बरती जा रही है. बावजूद इसके ऑपरेशन के दौरान जवानों को कई विषम परिस्थितियों से जूझना पड़ता है और ऐसे में मच्छरों के काटने से जवान बीमार पड़ रहे हैं, और मलेरिया पॉजिटिव आ रहे हैं.
हालांकि नक्सल ऑपरेशन से लौटने के बाद इन जवानों का मेडिकल चेकअप किया जाता है और मलेरिया पॉजीटिव आने वाले जवानों को चिकित्सकों के निगरानी में रखकर बेहतर इलाज किया जाता है, आईजी ने बताया कि लगातार जवानों को ऑपरेशन के दौरान सतर्कता बरतने की हिदायत दी जा रही है, वहीं मच्छरों से बचाव के लिए जरूरी दवाइयां और ऑडोमोस जैसी जरूरी चीजे अपने साथ रखने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं.