NDA के नेता चुने गए मोदी, बोले- एनडीए इतिहास का सबसे सफल अलायंस Featured

बोलता गांव डेस्क।।

 

भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नवनिर्वाचित सांसद आज, 7 जून को नई दिल्ली में बैठक हुई। संसद के सेंट्रल हॉल में हुई इस बैठक एनडीए सहयोगी दल के सभी सांसद मौजूद रहे। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव का नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू, चिराग पासवान, अनुप्रिया पटेल, एकनाथ शिंदे, पवन कल्याण, जीतन राम मांझी समेत एनडीए सहयोगी दल के सभी नेताओं ने समर्थन किया।

 

 

इससे पहले जेडीयू और एनलजेपी ने शुक्रवार सुबह अपने संसदीय दल की बैठक बुलाई। जेडीयू संसदीय दल की बैठक में नीतीश कुमार को अपना नेता और एलजेपी संसदीय दल की बैठक में चिराग पासवान को नेता चुना गया।

 

यह पल भावुक कर देने वाला

संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो साथी जीत कर आए हैं वे अभिनंदन के अधिकारी हैं। जिन लाखों कार्यकर्ताओं ने दिन रात परिश्रम किया है, हर दल के नेता ने जो पुरुषार्थ किया है, मैं आज संविधान सदन के इस सेंट्रल हॉल से सिर झुका कर उनको प्रणा करता हूं। मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि एनडीए के नेता के रूप में आप सभी सहयोगी दलों ने मुझे चुनकर नया दायित्व दिया है। इसके लिए मैं आप सभी का आभारी हूं। व्यक्तिगत जीवन में एक जवाबदारी का एहसास करता हूं। जब 2019 में आप सब ने मुझे नेता के रूप में चुना था तो मैंने एक बात विश्वास पर बल दिया था। आज जब आप लोगों ने मुझे फिर से दायित्व दिया है तो मुझे लगता है कि हम लोगों के बीच विश्वास मजबूत है। यह पल भावुक कर देने वाला है।

 

 

हमारा गठबंधन सच्चे अर्थ में भारत का प्रतिबिंब

आज एनडीए को 22 राज्यों में लोगों ने सरकार बनाकर सेवा करने का मौका दिया है। हमारा यह गठबंधन सच्चे अर्थ में भारत का प्रतिबिंब है। यह मैं इसलिए कह रहा हूं कि क्योंकि हमारे देश में दस ऐसे राज्य हैं जहा हमारे आदिवासी बंधुओं की संख्या प्रभावी और निर्णायक रूप से है। जहां आदिवासियों की संख्या ज्यादा है, ऐसे 10 राज्यों में से सात राज्यों में एनडीए सेवा कर रहा है। साथियों में हम सर्व पंथ समभाव के साथ संविधान के प्रति समर्पित हैं। चाहे गोवा हो या नाॅर्थ ईस्ट है, जहां पर बहुत संख्या में ईसाई भाई रहते हैं, आज एनडीए के रूप में उन राज्यों में भी हमें सेवा का मौका मिला है।

 

प्री पोल अलायंस हिन्दुस्तान की राजनीति के इतिहास में और हिंदुस्तान के गठबंधन के इतिहास में इतना सफल कभी नहीं हुआ है जितना एनडीए हुआ है। यह गठबंधन का विजय है। हमने विजय हासिल किया है। मैं कई बार कह चुका हूं कि सरकार चलाने के लिए बहुमत आवश्यक है, लोकतंत्र का यही सिद्धांत है, लेकिन देश चलाने के लिए सर्वमत जरूरी है। मैं देशवासियों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि आप लोगों ने जिस प्रकार बहुमत देकर हम लोगों को जीत दिलाई है हम सर्वमत के साथ हम देश चलाने का प्रयास करेंगे।

 

 

लोकतंत्र होगा मजबूत

बीते दस साल में देश ने गुड गवर्नेंस को जीया है। जनता जर्नादन ने पहली बार अनुभव किया है कि सरकार क्या होती है, कैसे होती है और सरकार कैसे काम करती है इसे पहली बार देखा है। हमने जनता और सरकार के बीच की खाई को पाट दिया है। अगले 10 साल में मैं बहुत जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि गुड गवर्नेंस, विकास, क्वालिटि ऑफ लाइफ और सामान्य जीवन के मानवी के जीवन में, खास कर निम्न वर्ग और मध्यम वर्ग के जीवन में सरकार का दखल जितना कम हो, लोकतंत्र उतना ही मजबूत होगा।

 

विकास का नया अध्याय लिखेंगे

आज के टेक्नोलॉजी के युग में विकास का नया अध्याय लिखेंगे। जनता जर्नादन की भागीदारी का अध्याय लिखेंगे और सब मिलकर विकसित भारत के सपने को साकार करके रहेंगे। सदन में किसी भी दल का कोई प्रतिनिधि होगा, मेरे लिए सब बराबर होगा। जब मैं सबका विकास की बात करता हूं, तो सदन में भी चाहे लोकसभा या राज्यसभा में भी सबको बराबर ही समझता हूं। हमने ग्रास रूट लेवल पर जो मिलकर काम किया है उसी ने हमें ऑर्गेनिक अलाएंस का साथ दिया है। हर किसी ने यही सोचा कि जहां कम, वहां वम, यह सभी कार्यकर्ताओं ने जी कर दिखाया है।

 

 

तमिलनाडु की टीम को बधाई

हमारा दस साल का अनुभव है कि भारत के हर क्षेत्र का और भार के हर नागरिक की यह आकांक्षा है कि क्षेत्रीय और राष्ट्रीय आकांक्षा के बीच अटूट नाता होना चाहिए। ऐसा होगा तब ही भारत आगे बढ़ेगा। दक्षिण भारत में एनडीए ने एक नई राजनीति की नींव मजबूत की है। कर्नाटक और तेलंगाना में एनडीए ने अच्छा प्रदर्शन किया। मैं तमिलनाडु की टीम को भी बधाई देता हूं। उन लोगों ने काफी मेहनत किया है। आज हम तमिलनाडु में कोई सीट नहीं जीत पाए हैं लेकिन जिस तरह से एनडीए का वोट शेयर बढ़ा है उससे साफ तौर पर पता चलता है कि भविष्य में क्या लिखा है।

 

पहली बार संसद में केरल से हमारा प्रतिनिधि

केरल में चाहे यूडीएफ हो या एलडीएफ की विचाराधार को लेकर जीने वाले लोगों के साथ जितना जुल्म हुआ है, उतना कहीं नहीं हुआ। आज पहली बार संसद में केरल से हमारा प्रतिनिधि चुनकर आया है। अरुणाचल में लगातार हमारी सरकार बनती रही है। सिक्किम में भी हमारी सरकार बनती है। आंध्र प्रदेश में भी ऐतिहासिक रूप से सबसे ज्यादा बड़ी जीत हुई है। यहां बैठे पवन हैं, वे पवन नहीं आंधी हैं। आंध्र प्रदेश ने भी हमें काफी समर्थन दिया है। महाप्रभु जगन्नाथ को जब मैं याद करता हूं तो मैं हमेशा मानता हूं कि ये गरीबों के देवता हैं। ओडिशा में जो क्रांति हुई है वैसा कभी नहीं हुआ।

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