भारत के जाने-माने उद्योगपति गौतम अडानी पिछले कुछ समय से कांग्रेस के निशाने पर हैं. कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अक्सर उनको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते रहते हैं. अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से गौतम अडानी की नेटवर्थ में लगातार गिरावट आ रही है. इसको लेकर कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है
जयराम रमेश ने अपने ट्वीट में लिखाजयराम रमेश ने अपने ट्वीट में लिखाअडानी समूह पर लगे गंभीर आरोपों के बीच मोदी सरकार ने चुप्पी साध रखी है जिससे किसी सांठ-गांठ का साफ़ इशारा मिल रहा है। प्रधानमंत्री ये कहकर बच नहीं सकते कि ‘हम अडानी के हैं कौन’
https://twitter.com/Jairam_Ramesh/status/1622181250860720128?s=20&t=RyLqWVF9xgkYfaC-_at_Wg
आज से इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी PM से प्रतिदिन तीन प्रश्न पूछेगी।
ये हैं आज के तीन प्रश्न
https://twitter.com/INCIndia/status/1622193508479307780?s=20&t=RyLqWVF9xgkYfaC-_at_Wg
सवाल 1.
गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी का नाम पनामा और पेंडोरा पेपर्स में बहामास और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में ऑफशोर कंपनियों को चलाने वालों में शामिल था।
उन पर 'ऑफशोर शेल कंपनियों' के जरिए 'स्टॉक हेरफेर' और 'धोखाधड़ी' में शामिल होने का भी आरोप है।
सवाल 2.
BJP ने सालों से विरोधियों को डराने व कई व्यापारिक घरानों को दंडित करने के लिए एजेंसियों (ED, CBI & DRI) का दुरुपयोग किया है।
ऐसे में अडानी ग्रुप पर लगे गंभीर आरोपों की जांच के लिए क्या कार्रवाई हुई?
क्या मौजूदा नेतृत्व में निष्पक्ष जांच की कोई उम्मीद है
सवाल 3.
यह कैसे मुमकिन है कि अडानी समूह गंभीर आरोपों के बावजूद जांच से बचा हुआ है?
क्या अडानी समूह उस व्यवस्था के लिए जरूरी था जिसे आपके भ्रष्टाचार विरोधी बयानों से फायदा मिला है?