राजनांदगांव: खैरागढ़ नगर पालिका परिषद के चुनाव के मतगणना के दौरान मतगणना स्थल पर बलात प्रवेश और तोड़फोड़ किए जाने के मामले में 10 भाजपा नेताओं के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज किया गया है। इन नेताओं के खिलाफ अश्लील गाली गलौच, तोड़फोड़ और शासकीय कार्य में बाधा डालना सहित आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले में कार्रवाई की जा रही है।
खैरागढ़ नगर पालिका परिषद के वार्ड क्रमांक 4 में भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी के बीच 387-387 का बराबर मत मिलने से यहां रिकाउंटिंग की गई। रिकाउंटिंग में 1 वोट से कांग्रेस प्रत्याशी सुमित टांडिया की जीत हुई और भाजपा प्रत्याशी कैलाश नागरे को शिकस्त मिली। इस रिकाउंटिंग में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी के नेता बलपूर्वक मतगणना स्थल पर घुस आए और समीप ही रखी कुर्सियों में तोड़फोड़ की। वहीं इस मामले में पुलिस ने जिला पंचायत के उपाध्यक्ष वरिष्ठ भाजपा नेता विक्रांत सिंह सहित 10 भाजपा नेताओं के खिलाफ नामज़द एफआईआर दर्ज किया है। इन नेताओं के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज किए गए हैं। इस मामले को लेकर राजनांदगांव अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रज्ञा मेश्राम ने कहा कि सहायक रिटर्निंग ऑफिसर के द्वारा प्रतिवेदन दिया गया था जिसमें भाजपा नेताओं के खिलाफ धारा 188, 451, 186, 147, आईपीसी का अपराध दर्ज किया गया है, वहीं दूसरे एफआईआर में अश्लील गाली गलौज और तोड़फोड़ के मामले में एफआईआर की गई है।
रिकाउंटिंग के दौरान सामने आए रिजल्ट से मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाकर भाजपा नेताओं ने मतगणना स्थल के सामने ही बैठ कर नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था, जिससे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ। पुलिस ने भाजपा नेताओं को रोकने की कोशिश की लेकिन मतगणना स्थल पर भाजपा नेता प्रवेश कर गए। भाजपाइयों द्वारा मतगणना स्थल पर हंगामा, गाली गलौच और तोड़फोड़ किए जाने के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है, तो वहीं दूसरा एफआईआर सहायक रिटर्निंग ऑफिसर के माध्यम से दर्ज कराया गया है। विक्रांत सिंह सहित लगभग 10 भाजपा नेताओं के खिलाफ एफआईआर होने के बाद वीडियो फुटेज के आधार पर कुछ और नेताओं के खिलाफ एफआईआर की जा सकती है। गैर जमानती धाराओं के तहत दर्ज की गई इस एफआईआर से खैरागढ़ की सियासत गरमाती नजर आ रही है, वहीं इस एफआईआर के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी भी आंदोलन का रुख अख्तियार कर सकती है।