बोलता गांव डेस्क।। डेल्टा वेरिएंट के बाद अब भारत में कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट तेजी से फैल रहा है। जिसको रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें लगातार कड़े कदम उठा रही हैं। इस बीच बहुत से अराजक तत्व सक्रिय हैं, जो अफवाहों को फैलाकर लोगों को डरा रहे। उनके जाल में फंसकर आम लोग भी फेक न्यूज को तेजी से शेयर कर रहे हैं। अब वैक्सीन को लेकर एक गलत जानकारी शेयर की जा रही है।
सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज के मुताबिक फार्मा कंपनी फाइजर, जिसने कोरोना की वैक्सीन तैयार की है। उसने चेतावनी दी है कि ओमिक्रॉन को बढ़ने से रोकने और लॉकडाउन से बचने के लिए साप्ताहिक टीकाकरण की जरूरत है। इसका मतलब ये है कि अब हर हफ्ते लोगों को वैक्सीन की एक डोज लेनी होगी। अराजकतत्व बकायदा इस जानकारी को सही साबित करने के लिए एक अंग्रेजी वेबसाइट का स्क्रीनशॉट भी शेयर कर रहे हैं। जिसमें लिखा है कि वैज्ञानिकों ने ओमिक्रॉन के लिए साप्ताहिक टीकाकरण की सलाह दी है।
वहीं दूसरी ओर लोग इसे सच मानकर तेजी से शेयर कर रहे, लेकिन जब हमारी टीम ने इसकी जांच की, तो सच्चाई कुछ और ही निकली। जांच में पता चला कि ये स्क्रीनशॉट जिस वेबसाइट (द स्टोन्क मार्केट) का है, वो न्यूज की नहीं बल्कि व्यंग्य की साइट है। इस खबर को व्यंग्य के रूप में लिखा गया है। फाइजर ने अभी तक ना तो साप्ताहिक टीकाकरण के करने के निर्देश दिए हैं और ना ही टीकाकरण की नीति में कोई बदलाव किया है। फाइजर के प्रवक्ता ने भी इससे इनकार किया।
तीसरी लहर की आशंका ओमिक्रॉन को लेकर हाल ही में आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों ने अपनी रिसर्च में कहा कि इस नए वैरिएंट से देश में तीसरी लहर आने का खतरा है, जो जनवरी 2022 तक आ सकती है, तो वहीं डेढ़ लाख डेली कोविड केसेज के साथ आगामी लहर का पीक फरवरी में आने की आशंका है।