बोलता गांव डेस्क।। कृषि बिलों की वापसी के बाद अब घर वापसी के बाद किसान संगठनों ने पंजाब सरकार के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। पंजाब में टोल प्लाज़ा पर बैठे किसान संगठनों ने 15 दिसंबर से धरना खत्म करने की बात कही थी। लुधियाना के लाडोवाल टोल प्लाज़ा पर सुखमनी साहिब का पाठ रखते हिए किसानों धरना खत्म करने की शुरुआत की, इसी दौरान एनएचआई ने टोल प्लाज़ा पर बढ़े हुए टोल टैक्स की लिस्ट टांग दी। लिस्ट देखते ही किसान नेता भड़क गए और बढ़े हुए टोल टैक्स को वापस लेने के की बात पर अड़ते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
'टोल प्लाजा पर बहाल हों पुराने रेट'
शंभू बॉर्डर पर बुधवार से आवाजाही शुरू हुई है सिर्फ़ सात टोला प्लाज़ा पर ही आवाजाही शुरू हुई है। वहीं अभी 25 टोल प्लाजा पर किसान धरने पर बैठे हैं। एनएचएआई की तरफ़ टोल पर बढ़ी दरों की लिस्ट लगाने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के नेता हरमीत कादियां ने धरना जारी रखने का ऐलान करते हुए कहा कि जब तक टोल प्लाजा पर पुराने रेट बहाल नहीं किए जाते तब तक धरना जारी रहेगा। वहीं भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) ने भी कहा सरकार की ओर से बढ़ाए गए टोल चार्ज वापस नहीं लिए जाते हैं तब तक पंजाब के टोल प्लाजा पर मौजूद पक्के धरनों को नहीं हटाया जाएगा। हालांकि पंजाब में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने पेट्रोल पंप, रेलवे स्टेशन और शॉपिंग मॉल के बाहर लगाए गए मोर्चे को हटा लिया है।
सरकार के खिलाफ़ मोर्चा खोलने की तैयारी
पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले संयुक्त किसान मोर्चा के नेता पंजाब सरकार के खिलाफ भी मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे हैं। किसान नेता जोगिंद्र सिंह उगराहां ने कहा कि अगर पंजाब सरकार अगले कुछ दिनों में सभी मांगों को नहीं मानती है तो फिर सरकार के खिलाफ़ नया आंदोलन शुरू किया जा सकता है। गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा पंजाब के किसान नेताओं की मांग है कि 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों से किए गए क़र्ज़ माफ़ी के वादे को कांग्रेस सरकार पूरा करे। टोल प्लाज़ा फ़ीस बढ़ाए जाने के मुद्दे पर नाराज़गी ज़ाहिर कते हुए अब किसान संगठन कांग्रेस सरकार को चुनावी वादे को पूरा करने का भी दबाव डाल रही है। अगर सरकार ने किसानों की मांग को अनदेखा किया तो पंजाब में भी किसान आंदोलन कर सकते हैं।
रेल रोको अभियान की शुरुआत
किसान मजदूर संघर्ष समिति पूरे के महासचिव श्रवण सिंह पंधेर ने कहा कि पंजाब में 20 दिसंबर से रेल रोको अभियान की शुरुआत की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसान और खेतों में काम करने वाले मजदूरों के लिए 100 फीसदी कर्ज माफी चाहिए। किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजा मिलना चाहिए। दिल्ली में कामयाबी मिल गई लेकिन यहां हम लोगों को कई सारे मुद्दों का हल नहीं हुआ है। इसलिए अपनी मांगों को मनवाने के लिए 20 दिसंबर से रेल रोको अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेल रोको अभियान में किसान मजदूर संघर्ष समिति के साथ ही अन्य संगठन भी शामिल होंगे। इस अभियान के बारे में जल्द ही जानकारी दी जाएगी।
'टोल कंपनियां ज्यादती कर रही हैं'
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष बूटा सिंह बूर्जगिल ने टोल टैक्स में बढ़ोत्तरी पर कहा कि टोल कंपनियां आम आदमी पर ज्यादती कर रही है। किसान आंदोलन में आम आदमी ने समर्थन किया इसलिए टोल टैक्स बढ़ा कर उन्हें सज़ा देना चाह रही है सरकार। उन्होंने कहा की पंजाब सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप कर हल निकालना चाहिए अगर राज्या सरकार ऐसा नहीं करती है तो फिर विरोध प्रदर्शन के लिए तैयार रहे। भारतीय किसान यूनियन (कादियान) के अध्यक्ष हरमीत सिंह कादियान ने कहा कि बढ़े हुए टोल टैक्स को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जएगा। इसलिए बीकेयू की पटियाला यूनिट ने संगरूर टॉल को ब्लॉक कर दिया है।