न्यूज़ चैनल के बाजार से लेकर सोशल मिडिया की दोधारी तलवार में एक आम आदमी मानसिक संतुलन दिन प्रति दिन खोता जा रहा है
क्या सरकारें इस समस्या की तरफ भी ध्यान दें रही हैं
छत्तीसगढ़ में कोविड मरीजों को मानसिक तनाव और अवसाद से उबारने स्वास्थ्य विभाग काउंसिलिंग कर रहा है
क्या ऐसा ही कार्य और प्रदेश सरकारें भी कर रही
छत्तीसगढ़ में अब तक करीब 44 हजार मरीजों की काउंसिलिंग, 32 चिकित्सा अधिकारियों एवं 69 काउंसलर्स को दिया गया है विशेष प्रशिक्षण
प्रदेश भर के 32 चिकित्सा अधिकारियों एवं 69 काउंसलर्स को बैंगलुरू के निम्हॉस संस्था के सहयोग से विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है। संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं श्री नीरज बंसोड़ ने बताया कि विभिन्न जिला चिकित्सालयों में मानसिक रोगों के उपचार के लिए संचालित स्पर्श क्लिनिक के माध्यम से कोविड केयर सेंटरों और होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे करीब 44 हजार मरीजों की काउंसिलिंग की गई है। इनमें होम आइसोलेशन में कोरोना का उपचार ले रहे 29 हजार 566 और कोविड केयर सेंटरों में इलाजरत 14 हजार 378 मरीज शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना के मरीजों को टेलीफोनिक और वीडियो कॉन्फ्रेंस से परामर्श के साथ ही गंभीर मानसिक समस्या से जूझ रहे मरीजों की अस्पताल पहुंचकर भी काउंसिलिंग की जा रही है। कोविड-19 महामारी में इससे पीड़ित लोगों में मानसिक तनाव एवं अवसाद की समस्या अपेक्षाकृत अधिक हो रही है। काउंसलिंग से राहत नहीं मिलने वाले मरीजों को इलाज और दवाईयों की भी सुविधा मुहैया कराई जा रही है।
बिलासपुर के सेंदरी मानसिक चिकित्सालय में मानसिक रोग से ग्रस्त कोरोना मरीजों के लिए दस बिस्तरों वाला विशेष कोविड वार्ड शुरू किया गया है। वहां इलाज के बाद कोविड-19 से पीड़ित 72 मनोरोगी पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घरों में लौट चुके हैं।