बोलता गांव डेस्क।।
रायपुर। शराबबंदी के लिए गठित टीम के अध्यक्ष विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में शराबबंदी से दूसरे राज्यों से स्मगलिंग होगी। शराब एक सामाजिक समस्या है, जिसे दूर करना बड़ी चुनौती है। छत्तीसगढ़ में शराबबंदी के लिए गठित राजनीतिक समिति गुजरात दौरे से रायपुर लौट आई है।
गुजरात में अधिकारिक रूप से शराब बिक्री बंद
खास जानकारी देते हुए समिति के अध्यक्ष और विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा है कि गुजरात में अधिकारिक रूप से शराब बिक्री बंद है। लेकिन वहां बहुत आसानी से शराब पीने वालों को शराब मिल जाती है। वहां लगातार अवैध शराब बिक्री के मामले सामने आ रहे हैं। विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि शराबबंदी समिति फरवरी में शराबबंदी वाले राज्य बिहार और मिजोरम का दौरा करेगी।
21 जनवरी से टीम ने अपनी अध्ययन यात्रा की शुरूआत की
बता दें कि छत्तीसगढ़ में शराबबंदी की दिशा में आगे कदम बढ़ाते हुए बीते 21 जनवरी से टीम ने अपनी अध्ययन यात्रा की शुरूआत की थी। शराबबंदी कमेटी के अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में सात सदस्यीय दल सबसे पहले गुजरात के दौरे पर गया था।
चुनावी घोषणापत्र में शराबबंदी का वादा
दरअसल कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में छत्तीसगढ़ में सरकार बनने पर शराबबंदी का वादा किया था। इसके लिए वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में राजनीतिक कमेटी गठित की गई थी। अगस्त 2022 में हुई कमेटी की तीसरी बैठक में शराबबंदी वाले राज्यों का दौरा करने के लिए रणनीति तैयार की गई थी।
चुनावी घोषणापत्र में शराबबंदी का वादा
दरअसल कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में छत्तीसगढ़ में सरकार बनने पर शराबबंदी का वादा किया था। इसके लिए वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में राजनीतिक कमेटी गठित की गई थी। अगस्त 2022 में हुई कमेटी की तीसरी बैठक में शराबबंदी वाले राज्यों का दौरा करने के लिए रणनीति तैयार की गई थी।
समिति ने प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी के लिए की जाने वाली आवश्यक तैयारी के अध्ययन के लिए दल में समिति के अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा के साथ संसदीय सचिव रश्मि सिंह, शिशुपाल सोरी, कुंवर सिंह निषाद, द्वारकाधीश यादव, दलेश्वर साहू और पुरुषोत्तम कंवर सहित आबकारी विभाग के अधिकारी शामिल हैं।