बोलता गांव डेस्क।।
कभी देश को नई सांस्कृतिक ऊंचाई पर ले जाने वाले पश्चिम बंगाल में इन दिनों राजनीति की वजह से मर्यादा तार-तार हो रही है. ताजा उदाहरण ममता बैनर्जी के मंत्री अखिल गिरी ने पेश किया, जिन्होंने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के रंग-रूप को लेकर शर्मनाक टिप्पणी की. विपक्षी दल भाजपा ने इस बयान की कड़ी निंदा की है.
ममता सरकार के मंत्री अखिल गिरी ने नंदीग्राम में शहीद दिवस समारोह के मौके पर भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी पर टिप्पणी करते-करते राष्ट्रपति तक पहुंच गए. अखिल गिरि ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि “वह (सुवेंदु अधिकारी) कहते हैं कि मैं (अखिल गिरि) सुंदर नहीं हूं. वह कितने सुंदर हैं! हम लोगों को उनके रूप से नहीं आंकते. हम आपके राष्ट्रपति की कुर्सी का सम्मान करते हैं. आपकी राष्ट्रपति कैसी दिखती हैं?”
Akhil Giri, minister in Mamata Banerjee’s cabinet, insults the President, says, “We don't care about looks. But how does your President look?"
— Amit Malviya (@amitmalviya) November 11, 2022
Mamata Banerjee has always been anti-Tribals, didn’t support President Murmu for the office and now this. Shameful level of discourse… pic.twitter.com/DwixV4I9Iw
इस वाकये का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसके बाद भाजपा ने इस बयान की कड़ी निंदा की है. वहीं दूसरी ओर टीएमसी का कहना है कि वास्तव में मंत्री जी कह रहे थे कि टीएमसी लोगों को उनके लुक के लिए नहीं आंकती. जिस पर मंत्री ने राष्ट्रपति का उदाहरण दिया. वहीं दूसरी ओर भाजपा का आरोप है कि जब अखिल गिरी ने यह टिप्पणी की तो ममता बैनर्जी मंत्रिमंडल की महिला कल्याण विभाग की मंत्री शशि पंका भी वहां उपस्थित थीं.
इसके साथ ही वीडियो को सोशल मीडिया में शेयर करते हुए पश्चिम बंगाल बीजेपी ने ममता बनर्जी और तृणमूल पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप लगाया. इसमें लिखा गया है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से आती हैं. तृणमूल कांग्रेस के सुधार गृह मंत्री अखिल गिरि ने महिला कल्याण विभाग की एक अन्य मंत्री शशि पांजा की उपस्थिति में उनके बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की.
भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि ममता बनर्जी हमेशा आदिवासी विरोधी रही हैं और उन्होंने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में द्रौपदी मुर्मू का समर्थन नहीं किया. ममता बैनर्जी हमेशा आदिवासी विरोधी रही हैं, राष्ट्रपति मुर्मू का समर्थन नहीं किया कार्यालय और अब यह. बयान का शर्मनाक स्तर…