बोलता गांव डेस्क।।
भारतीय रेलवे में सीनियर सिटीजन (Senior Citizens) को मिलने वाली छूट (concession) को रेल मंत्रालय (Ministry of Railway) की तरफ से अभी चालू नहीं किया है. कोरोना काल से पहले तक बुजुर्गों को रेल टिकट पर 50% छूट मिलती थी, जिसे महामारी के दौरान रेलवे ने बंद कर दिया था. सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरें तेजी से सुर्खियां बटोर रही है जिसमें कहा जा रहा है कि एक जुलाई से वापस रेलवे सीनियर सिटीजन को छूट देगी.
वायरल हो रहे खबर में दावा किया जा रहा है कि भारतीय रेलवे 1 जुलाई से सीनियर सिटीजन कंसेशन को दोबारा लागू करने जा रही है. लेकिन इस खबर में कितनी सच्चाई है इस बात को आप यहां जान लें. इस मामले पर रेलवे (Indian Railways) का कहना है कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है और अब तक ऐसा कोई फैसला नहीं किया गया है.
रेल मंत्रालय ने नहीं किया है इस तरह का कोई ऐलान
रेलवे के मुताबिक रेल मंत्रालय ने ऐसा कोई आदेश या घोषणा नहीं जारी किया है और फिलहाल ट्रेनों में वरिष्ठ नागरिकों को किराये में छूट नहीं मिलेगी. PIB Fact Check ने एक ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी है कि रेलवे ने ट्रेनों मे सीनियर सिटीजन कंसेशन लागू करने के लिए कोई आदेश जारी नहीं किया है. ऐसे में लोगों से अपील है कि वह इस तरह की खबरों को सच न मानें.
जानिए आखिर क्या है पूरा मामला
बता दें कि कोरोना के पहले राजधानी और शताब्दी समेत सभी ट्रेनों में सीनियर सिटीजन को टिकटों पर 50 फीसदी तक की छूट मिलती थी. 60 से अधिक उम्र के पुरुषों और 58 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को रेलवे में सीनियर सिटीजन की श्रेणी में रखा जाता है. हाल ही में रेलवे से इस बात का जवाब मांगा गया था कि सीनियर सिटीजंस कंसेशन को फिर से कब लागू किया जाएगा तो अधिकारियों ने कहा था कि उन्हें फिलहाल इस बात की कोई जानकारी नहीं है. ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि रेलवे दोबारा सीनियर सिटीजंस कंसेशन को कब से लागू करती है.