रायपुर : छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी 45 लाख 48 हजार ग्रामीण परिवारों को वर्ष 2023 के अंत तक उनके घरों में मुफ्त नल कनेक्शन देकर शुद्ध पेयजल प्रदाय किया जाएगा। राज्य इस लक्ष्य को हर हाल में निर्धारित समयावधि में पूरा करेगा। जल जीवन मिशन के अंतर्गत अब तक 5 लाख 66 हजार घरों में नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल पहुंचाने का काम पूरा कर लिया गया है। इस साल राज्य बजट में घरों तक नल कनेक्शन के माध्यम से पानी पहुंचाने के लिए 850 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है। इस साल 22 लाख से अधिक परिवारों को नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल आपूर्ति का काम पूरा कर लिया जाएगा।
राज्य में 2023 तक इस मिशन को हम करेंगे पूरा: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
इस साल 22 लाख घरों तक पहुंचाएंगे नल से स्वच्छ पेयजल
घरों तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने 238 करोड़ की लागत वाली 658 परियोजनाओं
का मुख्यमंत्री ने किया वर्चुअल शिलान्यासघरों से गंदे पानी की निकासी के लिए नाली और सोख्ता गड्डे बनाए जाएं
सतही और भूमिगत जल संरक्षण पर मुख्यमंत्री ने दिया जोर
गिरौदपुरी के लिए 62.23 करोड़ रूपए और सुपेबेड़ा के लिए 10.34 करोड़ की
लागत की गु्रप वाटर स्कीम को मिली स्वीकृति
घरों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति से दूषित पानी, आर्सेनिक, फ्लोराइड युक्त पानी से होने वाली स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। यदि किसी बसाहट में शुद्ध जल स्त्रोत नहीं है, तो दूसरी बसाहट या दूर के गांव से भी पानी लाने की व्यवस्था की जाएगी और गांवों में टंकी बनाकर नल के जरिए पानी लिया जाएगा। ग्रामीण अंचलों में जल जनित रोगों से लोगों की आर्थिक स्थिति पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। घरों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति से इस समस्या से निजात मिलेगी। जल जीवन मिशन के अंतर्गत घरों के अलावा शालाओं, आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा सार्वजनिक स्थानों में भी रनिंग वाटर की व्यवस्था की जाएगी। घरों तक पानी पहुंचने से घरों में बने शौचालयों का उपयोग भी लोग करने लगेंगे।
आईये देखें कि जल में कौन-कौन से गुण होने चाहिए।
1. जल में आंखों से दिखने वाले कण और जीव-वनस्पति नही हों।
2. हानि पहुँचाने वाले सुक्ष्म जीव या कण न हों।
3. जल का pH संतुलित हो।
4. जल में पर्याप्त मात्र में oxygen घुला हो