बोलता गांव डेस्क।।
रूस-यूक्रेन जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। दोनों देशों को अब तक काफी नुकसान पहुंचा है। इसी बीच रूस ने मान लिया है कि युद्ध में उसके हजारों सैनिक मारे गए हैं। क्रेमलिन समर्थक मीडिया रेडोव्का की ओर से किए गए एक ट्वीट के मुताबिक, यूक्रेन हमले में 13,414 रूसी सैनिकों की मौत हुई है जबकि, सात हजार जवान अभी तक लापता हैं। इसकी पुष्टि रूसी रक्षा मंत्रालय की एक गोपनीय ब्रीफिंग में की गई थी। लेकिन, रेडोव्का ने बाद में इस ट्वीट को डिलीट कर दिया।
दूसरी तरफ, रूस के एक जनरल ने कहा है कि उनका टारगेट यूक्रेन के दक्षिणी और पूर्वी पर कब्जा करना है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, इस जनरल ने माना कि वो पिछले महीने कीव पर कब्जा करना चाहते थे, लेकिन नाकाम रहे।
यह बयान जनरल रुसतम मिनिकायेव ने दिया है। उनके मुताबिक, रूस डोनबास से लेकर क्रीमिया तक कब्जा करना चाहता है ताकि उसे मोल्डोवा से मिलाया जा सके। अगर ऐसा होता है तो माकोलाएव और ओडेसा भी रूस के कब्जे में आ जाएंगे।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की रूस में एंट्री बैन
यूक्रेन में जंग शुरू होने के बाद से ही अमेरिका और सहयोगी देश लगातार रूस पर प्रतिबंधों का ऐलान कर रहे हैं। अब रूस भी पश्चिमी देशों के अंदाज में पलटवार कर रहा है। गुरुवार को रूसी सरकार ने अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और फेसबुक के फाउंडर मार्क जकरबर्ग समेत 29 अमेरिकी और 61 कनाडाई लोगों की रूस में एंट्री बैन कर दी।
दूसरी तरफ अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन की मदद के लिए 80 करोड़ डॉलर सैन्य सहायता भेजी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वो अमेरिकी कांग्रेस से यूक्रेन के लिए और मदद मागेंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इस मदद के लिए अमेरिका का आभार जताया है।
जंग के बड़े अपडेट्स…
अमेरिकी राष्ट्रपति का कहना है कि पुतिन कभी भी पूरे यूक्रेन पर कब्जा करने में कामयाब नहीं होंगे।
मारियुपोल फंसे यूक्रेनी नागरिकों को रूसी हमले की वजह से अब तक नहीं निकाला जा सका है।
ब्रिटेन रूस से आने वाली चांदी, लकड़ी के उत्पाद और हाई क्वालिटी के सामानों पर बैन लगा दिया है।
यूरोपियन यूनियन का कहना है कि वो रूस का सामना करने के लिए यूक्रेन को हथियार भेजता रहेगा।