बोलता गांव डेस्क।।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने रविवार को आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस ने उनके समर्थकों को गुमराह करने के लिए यह झूठा प्रचार किया था कि अगर उत्तर प्रदेश विधानसभा में भाजपा को जीतने दिया गया, तो बहन जी को राष्ट्रपति बनाया जाएगा.
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने यह भी साफ कर दिया कि वह किसी भी पार्टी से इस तरह के प्रस्ताव को कभी स्वीकार नहीं करेंगी. पार्टी की विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद बसपा प्रमुख मायावती रविवार को यहां पहली बार आयोजित पदाधिकारियों, प्रमुख कार्यकर्ताओं और पूर्व प्रत्याशियों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थीं.
इस दौरान उन्होंने कहा इस चुनाव में बसपा को कमजोर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक सोची समझी साजिश के तहत काम किया. मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार का कारण बताते हुए कहा, ‘‘भाजपा ने अपने संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के जरिये हमारे लोगों में यह गलत प्रचार कराया कि उप्र में बसपा की सरकार नहीं बनने पर हम आपकी बहन जी को देश का राष्ट्रपति बनवा देंगे, इसलिए आपको भाजपा को सत्ता में आने देना चाहिए.’
उन्होंने कहा कि ''अब मेरा जीवन ही संघर्ष है और संघर्ष ही मेरा जीवन है, अर्थात अब मेरी जिंदगी का एक-एक पल पूरे देश में अपनी पार्टी को हर स्तर पर मजबूत बनाने पर ही लगेगा.'' बसपा अध्यक्ष ने अति पिछड़े वर्गों, मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों तथा अगड़ी जातियों के गरीब और पीड़ित लोगों को भी जोड़ने पर जोर दिया. उल्लेखनीय है कि सात चरणों में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना 10 मार्च को हुई और प्रदेश की 403 सीट में बसपा को मात्र एक सीट पर जीत मिली. पिछले वर्ष 2017 के चुनाव में बसपा ने केवल 19 सीट पर जीत दर्ज की थी. लेकिन इस बार चुनाव आने तक पार्टी के अधिकांश विधायक समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये. वर्ष 2007 में मायावती के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में बहुमत की सरकार बनाने वाली बसपा के लिए इस बार का चुनाव परिणाम बेहद निराशा जनक रहा है