ये मौसम लंग्स के लिए काफी चैलेंजिंग होता है। सर्द हवा, कोल्ड-कफ से रेस्पिरेट्री ट्रैक में आई सूजन से ब्रीदिंग प्रॉब्लम बढ़ जाती है, जिससे अस्थमा पेशेंट्स का और बुरा हाल हो जाता है।आजकल तो निमोनिया भी खूब अटैक कर रहा है।इसमें इंफेक्शन फेंफड़ों तक पहुंचकर..उन पर प्रेशर बढ़ा देता है। इस बीमारी में सीने में दर्द-जकड़न भी होती है जो कई बार हार्ट अटैक का भ्रम पैदा करता है क्योंकि ये हार्ट अटैक का भी लक्षण होता है। लेकिन फिर पता कैसे चलेगा कि निमोनिया का अटैक हो गया है। इसमें 103, 104 डिग्री तक तेज़ बुखार आता है। शिवरिंग, कमजोरी महसूस होता है
निमोनिया में अक्सर खांसी की शुरुआत सूखी खांसी से होती है जो बाद में बलगम वाली खांसी में बदल जाती है। इससे ना सिर्फ फेंफड़ों पर असर पड़ता है बल्कि किडनी भी डैमेज हो सकती है। अगर वक्त पर इलाज ना हो तो ये इतना घातक हो जाता है कि जान तक जा सकती है लेकिन ऐसा हम होने नहीं देंगे चाहे निमोनिया हो, अस्थमा या ब्रोंकाइटिस आज स्वामी रामदेव से दूर कराएंगे सांसों की हर मुश्किल..
जुकाम होने पर - क्या करें ?
- गुनगुना पानी ही पीएं
- नमक पानी से गरारे करें
- नाक में अणु तेल डालें
- अदरक, लौंग, दालचीनी का काढ़ा पीएं
- तुलसी,अदरक,कालीमिर्च की चाय लें
निमोनिया के लक्षण - छोटे बच्चों में
- बच्चे दूध पीना छोड़ देते हैं
- पसलियां तेज चलने लगती है
- बलगम की वजह से घरघराहट
एलर्जी में रामबाण
- 100 ग्राम बादाम
- 20 ग्राम कालीमिर्च
- 50 ग्राम शक्कर
- मिलाकर पाउडर बनाएं
- 1 चम्मच दूध के साथ लें
फेफड़े बनेंगे मजबूत
- श्वासारि क्वाथ पीएं
- मुलेठी उबालकर पीएं
- मसाला टी भी फायदेमंद
लंग्स हेल्दी बनाएं
- बेसन की रोटी
- भुना चना लें
- मुलेठी चबाएं
हार्ट होगा मजबूत नेचुरल उपाय
- 1 चम्मच अर्जुन की छाल
- 2 ग्राम दालचीनी
- 5 तुलसी
- उबालकर काढ़ा बनाएं
- रोज़ पीने से हार्ट हेल्दी
घरेलू नुस्खे -संभलकर आजमाएं
- अदरक, लहसुन, दालचीनी, काली मिर्च
- गर्म काढ़ा सिर्फ एक बार पीएं
- ग्रीन टी 3 कप से ज्यादा ना पीएं
- चाय-कॉफी से पहले पानी पीएं
गले में इंफेक्शन -क्या करें?
- नमक के पानी से गरारा करें
- जंक फूड से परहेज करें
- स्टीम लेना फायदेमंद
- ठंडा पानी बिल्कुल ना पीएं