रायपुर। विद्यार्थियों की परीक्षा फरवरी-मार्च से शुरू हो जाएगी। इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर विद्यार्थियों को मोटीवेट करने के लिए ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में विद्यार्थियों के प्रश्न पर सीधे जवाब देंगे। इस बार छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी और शिक्षकाें ने प्रश्न पूछने के मामले में रिकॉर्ड बनाया है।
छत्तीसगढ़ देश में पहला राज्य बन गया है, जहां से सबसे अधिक प्रश्न पूछे गए हैं। बता दें कि इसके लिए 14 जनवरी तक विद्यार्थियों और शिक्षकों से उनके प्रश्न मंगाए गए थे। कक्षा छठवीं से 12वीं तक के बच्चों की दर्ज संख्या के आधार पर राज्यों को प्रश्न पूछने के लिए लक्ष्य दिए गए थे।
छत्तीसगढ़ को दिए गए लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धि लगभग 200 प्रतिशत रही। इसके लिए समग्र शिक्षा की ओर से अधिक से अधिक प्रश्न पूछने के लिए इस कार्यक्रम का व्यापक प्रचार प्रसार किया गया था । प्रश्न पूछने वालों में छत्तीसगढ़ पहले, ओडिशा दूसरे और गुजरात तीसरे स्थान पर है।
बतादें कि पीएम मोदी प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी स्कूली बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ परीक्षा को उत्सव की तरह मनाने और विद्यार्थियों में तत्संबधी तनाव दूर करने के लिए सीधा संवाद करेंगे। यह कार्यक्रम 29 जनवरी को प्रातः 11 बजे भारत मंडपम, प्रगति मैदान नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। इससे देशभर के विद्यार्थी वर्चुअल भी जुड़ेंगे।
सर्वाधिक प्रश्न पूछने वाले राज्य
राज्य का नाम | लक्ष्य | प्रतिभागी | लक्ष्य के अनुसार प्रतिशत |
छत्तीसगढ़ | 10,25,389 | 20,28,864 | 197.86 |
ओडिशा | 10,39,320 | 16,77,967 | 161.45 |
गुजरात | 23,82,901 | 33,85,617 | 142.08 |
पंजाब | 7,27,629 | 8,78,193 | 120.69 |
राजस्थान | 34,96,170 | 37,57,123 | 107.46 |
विद्यार्थियों की सहभागिता के लिए सचिव ने लिखा पत्र
‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में सहभागिता के लिए सचिव ने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर आवश्यक व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कलेक्टरों से कहा है कि यह समय है कि जब परीक्षाओं को हम सब एक उत्सव के रूप में मनाए। विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए प्रेरित करें।
प्रोजेक्टर लगाकर बच्चों को दिखाएंगे कार्यक्रम
कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दूरदर्शन राष्ट्रीय चैनल, दूरदर्शन न्यूज, दूरदर्शन भारत, यू-ट्यूब और अन्य निजी चैनलों माध्यम से उपलब्ध रहेगा। इसके लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, आयुक्त नगर निगम और जिला शिक्षा अधिकारी के मध्य समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार करने के लिए कहा गया है।
खासकर केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों, सीबीएसई से संबद्ध विद्यालयों, शासकीय और निजी विद्यालयों के साथ-साथ जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में स्मार्ट टीवी, डिजिटल क्लासरूम के प्रोजेक्टर स्क्रीन का उपयोग करते हुए कक्षा 6वीं से 12वीं तक के अधिक से अधिक विद्यार्थियों, शिक्षकों को लाभ लेने के लिए कहा गया है।