बस्तर : छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल के सपने साकार होते दिख रहे है। जिसके चलते पूरा बस्तर मलेरिया मुक्त होने की दिशा मे अग्रसर है।और बस्तर के चारो दिशाओ मे मलेरिया से मुक्ति का बिगुल फूंक दिया गया है। शासन के लगातार प्रयासों के बाद मलेरिया फैलने की दर मे कमी आयी है। स्थानीय जिलाधिकारी रजत बंसल के निर्देश पर स्थानीय स्वास्थ विभाग के अधिकारी, एवं कर्मचारी पूरी सिद्दत से जुटे है, और गाँव गांव मे मछरदानी वितरण का कार्यक्रम भी अभियान के तहत शुरू कर दिया गया है।
नुककड़ नाटक के माध्यम से भी लोगो को मलेरिया के प्रति जागरूप किया जा रहा है। विगत वर्षो की अपेछा 2020-21. मे सघन जाँच के के उपरांत काफ़ी हद तक मलेरिया मरीजों के प्रतिशत मे कमी आयी है। आंकड़े बताते है की चार पांच चरण मे लगातार कमी आयी है। प्रथम मे 95, द्वितीय मे 80, तृतीय मे 21, और चतुर्थ चरण मे 17 प्रतिशत की कमी पायी गयी है!चलाये जा रहे अभियान का ये लक्ष्य है की पूरा बस्तर संभाग मलेरिया से मुक्त हो। युद्ध स्तर पर चल रहे इस अभियान में स्वास्थ कर्मी गांव के अंतिम छोर तक पहुंचने के लिए नाव के द्वारा नदी भी पार किया ग्रामीणों को मलेरिया से बचने के उपाय भी सुझाए । साथ ही साथ स्वास्थ कर्मी अपनी ड्यूटी पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाते देखे गए ।