कोलकाता-पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीएम की कुर्सी जाने की टेंशन में हैं। ममता बनर्जी ने चुनाव आय़ोग से कहा कि वो राज्य में अब उपचुनाव कराए। ममता बनर्जी ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य में कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में है। लोगों को अपना वोट देने का अधिकार है और विधानसभा में चुने जाने का अधिकार है। चुनाव आय़ोग को उप चुनाव का ऐलान करना चाहिए। लोगों को लोकतांत्रिक अधिकारों से वंचित नहीं करना चाहिए।'
बता दें कि ममता बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से सहयोगी से प्रतिद्वंद्वी बने भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें उनकी मामूली अंतर से हार हुई थी। हार के बाद भी वह मुख्यमंत्री बनी थीं। ऐसे में मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए उन्हें नियुक्ति के छह महीने (जो नवंबर है) के भीतर जनता द्वारा चुने जाने की आवश्यकता है। बता दें कि तृणमूल ने मई में 294 सदस्यीय विधानसभा में 213 सीटों से जीतकर लगातार तीसरी बार सरकार बनाई|
संविधान के आर्टिकल 164 (4) के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति विधायक या सांसद नहीं है और वह मंत्रिपद पर आसीन होता है तो उसके लिए छह महीने में विधानसभा या विधानपरिषद या संसद के दोनों सदनों में से किसी एक सदन का सदस्य बनना अनिवार्य है। अगर मंत्री ऐसा नहीं कर पाता है तो छह महीने बाद वह पद पर नहीं बना रह सकता। ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए 8 नवंबर तक विधायक बनना होगा।
तृणमूल कांग्रेस ने दिल्ली के चुनाव आयोग मुख्यालय में जाकर उपचुनाव कराने की मांग पहले ही की थी। पार्टी ने कोलकाता में सीईओ के कार्यालय का भी दौरा किया था। इधर टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने कहा है कि टीएमसी 26 अगस्त को अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति पर विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में भाग लेगी। बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर 26 अगस्त को संसद में विभिन्न दलों के नेताओं को अफगानिस्तान के घटनाक्रम से अवगत कराएंगे। ये बैठक सुबह 11 बजे संसद भवन एनेक्सी में होगा।