बोलता गांव डेस्क।। बांग्लादेश में शुक्रवार को एक पैसेंजर फेरी में आग लगने से कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई और करीब 200 अन्य घायल हो गए। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना झलकाठी में सुगंधा नदी पर बरगुना जाने वाले एमवी अभिजन -10 पर हुई। बीडीन्यूज 24 की रिपोर्ट के अनुसार, झलकाठी के उपायुक्त मोहम्मद जोहोर अली ने कहा कि बरिशल के शेर-ए-बांग्ला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 70 लोगों को भर्ती कराया गया है।
बीडीन्यूज24 की रिपोर्ट में कहा गया है
कि करीब तीन घंटे तक लगी आग के बीच कई यात्रियों ने अपनी जान बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी। बरिशल दमकल सेवा के उप निदेशक कमल हुसैन भुइयां ने कहा कि अधिकारियों को संदेह है कि आग नाव के इंजन कक्ष में लगी होगी। दमकल की पांच इकाइयां बचाव अभियान चला रही हैं, लेकिन नदी पर घने कोहरे के कारण प्रयास जटिल हो गया है।
नदी में कूदकर लोगों ने बचाई जान
फायर सर्विस कंट्रोल रूम ने कहा है कि सूचना मिलने के बाद करीब 15 दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंच।. आग 3 बजे ही लगी थी इसलिए मौके तक पहुंचने में 50 मिनट का वक्त लग गया, 5 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया था। आग इतनी भीषण थी कि पूरी नाव जल चुकी है, कुछ लोगों ने नदी में कूदकर किसी तरह से जान बचाई।
...जब चश्मदीद ने बयां की हादसे की कहानी
बांग्लादेशी अखबार डेली स्टार ने एक शख्स से बातचीत की है, हादसे में बचे शख्स सैदुर रहमान ने कहा है कि तड़के तीन बजे नाव के इंजन सेक्शन में अचानक आग लग गई और देखते ही देखते पूरी नाव आग की चपेट में आ गई, इस दौरान नाव गबखान पुल के पास पहुंच रही थी ।
सैदुर रहमान ने कहा, 'नाव में बच्चों और बुजुर्गों सहित 500 यात्री सवार थे। इनमें से कई नदी में कूद गए और उन्होंने अपनी जान बचाई. कुछ जलने की बदबू आने पर मैं वीआईपी केबिन से बाहर आया और देखा कि वहां आग लगी है, इसके बाद मैं, मेरी पत्नी और मेरा साला नदी में कूद गए और हमने तैर कर अपनी जान बचाई, स्थानीय प्रशासन मामले की छानबीन में जुटा है।