बोलता गांव डेस्क।।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जब से बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा की है। तब से भारतीय जनता पार्टी इसको लेकर कई तरह के सवाल खड़ा कर रही है। भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि इसके लिए सरकार ने जो पात्रता की शर्तें जारी की है। उससे ज्यादातर युवक इस योजना से वंचित हो जाएंगे। इधर कांग्रेस का कहना है कि जब तक बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा नहीं की गई थी तब तक भाजपा हल्ला मचा रही थी और अब घोषणा करने के बाद सवाल खड़ा कर रही है कुल मिलाकर भाजपा इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है।बेरोजगारी भत्ते को लेकर गरमाई सियासत
छत्तीसगढ़ में इन दिनों बेरोजगारी भत्ते को लेकर सियासत गरमाई हुई है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री विजय शर्मा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा बेरोजगारी भत्ता दिए जाने की योजना पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इसके लिए निर्धारित मापदंड बेरोजगारों के साथ सरकार का एक और छल है। इसकी पात्रता के लिए ऐसी की शर्तें रखी गई है कि ज्यादात्तर युवकों को इस योजना लाभ नहीं मिल पाएगा। वहीं बजट में इस योजना के लिए मात्र ढाई सौ करोड़ का फंड रखा गया है जो पंजीकृत बेरोजगारों के एक माह का ही भत्ता होगा। इस मुद्दे पर भारतीय जनता युवा मोर्चा सरकार के खिलाफ एक अभियान शुरू करने वाली है। इसके तहत भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर बेरोजगारों के मिलकर सरकार के द्वारा इसके पात्रता के लिए लागू किए किए गए शर्तों की जानकारी देंगे।
छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों को भूपेश बघेल पर भरोसा
CM Bhupesh announced unemployment allowance: इस पर संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने कहा कि पहले भारतीय जनता पार्टी बेरोजगारी भत्ता नहीं दिए जाने को लेकर हल्ला कर रही थी और अब जब मुख्यमंत्री ने इसके लिए बजट भी जारी कर दिया है तो इस पर सवाल खड़ा कर रही है। अपने 15 साल के कार्यकाल में भारतीय जनता पार्टी ने बेरोजगारी भत्ता के बारे में सोचा तक नहीं था। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों को भूपेश बघेल पर भरोसा है। हमनें बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया है तो हम जरूर देंगे। भारतीय जनता पार्टी चुनाव के समय इस मुद्दे पर केवल राजनीति कर रही है।
छत्तीसगढ़ में इन दिनों बेरोजगारी भत्ते का मुद्दा जबर्दस्त गरमाया हुआ है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही इस मुद्दे को लेकर बेरोजगारों को साधने में लगे हुए हैं। अब यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि इस योजना से कांग्रेस को कितना फायदा होता है और इस पर सवाल खड़ा करके भाजपा कितने बेरोजगारों को साधती है।