बोलता गांव डेस्क।।
टाटा समूह (Tata Group) की विमानन कंपनी एयर इंडिया (Air India) जल्द ही दूसरे देशों में काम कर रहे विदेशी पायलटों की नियुक्ती करने जा रही है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या भारत में पायलटों की संख्या कम हो रही है?
बता दें कि टाटा कंपनी विदेशी पायलटों को बेहतर वेतन के साथ कई लाभ की भी पेशकश भी कर रही है।बता दें कि इन दिनों एयर इंडिया पायलटों की कमी से जूझ रहा है उनके पास बोइंग 777 जैसे वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट (Wide body Aircraft) हैं। मगर ग्रुप के पास उन्हें उड़ाने के लिए पर्याप्त संख्या में पायलट (Pilot) नहीं हैं। इसे ही देखते हुए कंपनी ने विदेशी पायलटों को नियुक्त करने का प्लान बनाया है।
टाटा ग्रुप के इस कदम को कुछ वरिष्ठ भारतीय पायलटों ने ‘पागल पहल’ (crazy initiative) करार दिया है। वरिष्ठ पायलटों के मुताबिक, एयर इंडिया के पास पहले से ही बोइंग 777 का परिचालन करने के लिए कुशल और अनुभवी पायलट हैं और विदेशी पायलटों की नियुक्ती एयर इंडिया का एक पागल पहल है।
क्या कहना है सरकार का
सरकार ने ये माना है कि कुछ विशेष प्रकार के विमानों के लिए कमांडर की मामूली कमी है और इसके प्रबंधन के लिए विदेशी पायलटों की सेवाएं ली जा रही हैं। नागर विमानन राज्य मंत्री वी. के. सिंह ने 26 जुलाई 2022 को एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को जानकारी देते हुए कहा था, ‘भारत में पायलटों की कमी नहीं है। हालांकि, कुछ विशेष प्रकार के विमानों के लिए कमांडर की मामूली कमी है और इसके प्रबंध हेतु विदेशी हवाई कर्मी दल अस्थायी अधिकार-पत्र (FATA) जारी करके, विदेशी पायलट की सेवा ली जा रही है।’