उत्तर प्रदेश में आज 476 क्षेत्र पंचायतों में अध्यक्ष पद के लिए मतदान हुआ है। जिसमें 1174 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा। मतदान के बाद आज शाम को जीतने वाले उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जाएंगे।
इसी बीच यूपी के कई क्षेत्रों में चुनाव के दौरान हिंसा की खबरें सामने आई है। कई मतदान केंद्रों पर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के समर्थक आपस में भिड़ रहे हैं।
दोनों राजनीतिक दलों द्वारा एक दूसरे के कार्यकर्ताओं पर मारपीट करने और लोगों को वोट ना देने के लिए रोकने का आरोप लगाया जा रहा है।
वहीँ इटावा के बढ़पुरा ब्लॉक में भाजपा और सपा में हुई भिड़ंत में भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस की झड़प हो गई है।
दरअसल भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा बढ़पुरा ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के लिए हो रही वोटिंग के दौरान कई बार राउंड फायरिंग की गई।
एक वायरल वीडियो के मुताबिक, इटावा एसपी सिटी खुद फोन पर कह रहे हैं कि भाजपा वाले बम लेकर आए हैं।
यहां तक कि खबर है- भाजपा कार्यकर्ताओं ने एसपी सिटी को थप्पड़ तक मार दिया है। इस घटना के बाद पुलिस ने भी आंसू गैस की फायरिंग की है।
बताया जाता है कि भाजपा सदर विधायक सरिता भदौरिया और जिलाध्यक्ष के साथ पुलिस की कहासुनी भी हुई है।
हैरानीजनक बात यह है कि भाजपा विधायक सरिता भदौरिया की मौजूदगी में पार्टी कार्यकर्ताओं से थप्पड़ खाने के बावजूद भी एसपी सिटी उन्हें हाथ जोड़कर माहौल शांत करवाने की गुहार लगा रहे हैं।
इस मामले में पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने भाजपा पर निशाना साधा है।
https://twitter.com/suryapsingh_IAS/status/1413785528940392451?s=20
उन्होंने लिखा है कि “गोलियों की आवाज आ रही है, पर भाजपा विधायक हैं तो SP सिटी हाथ जोड़कर कार्यकर्ताओं को हटवाने की गुहार लगा रहे हैं।
विपक्ष का कोई होता तो अब तो हाथ पाँव तोड़ दिए जाते। सत्ता के आगे घुटने टेक चुके प्रशासन की दयनीय स्थिति का नजारा आप भी देखिए।”
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्रों और विरोधी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसाने से बाज नहीं आती।
लेकिन जब भाजपा नेताओं द्वारा ऐसी गुंडागर्दी की जाती है। तो प्रदेश पुलिस द्वारा उन्हें हाथ जोड़कर हिंसा रोकने की गुहार लगाई जाती है