बोलता गांव डेस्क।।
उत्तराखंड और मणिपुर में विधानसभा चुनाव की मतगणना शुरू हो गई है। दोनों राज्यों में सभी सीटों पर सबसे पहले पोस्टल बैलेट्स की गिनती शुरू की गई है। उत्तराखंड की सभी 70 सीट पर आए रूझान में भाजपा ने 40 सीट पर बढ़त बना ली है, जबकि कांग्रेस की बढ़त अब 27 पर रह गई है। यहां एक सीट पर AAP और 2 सीट पर अन्य को बढ़त मिली हुई है।
मणिपुर की 60 सीटों में से 28 सीट पर सत्ताधारी भाजपा आगे चल रही है, लेकिन यहां स्थानीय पार्टी NPP किंग मेकर बनती दिख रही है। फिलहाल NPP को 18 सीट पर बढ़त मिली हुई है, जबकि कांग्रेस 11 सीट पर ही आगे है। 2 सीट पर अन्य आगे चल रहे हैं।
खास बात यह है कि उत्तराखंड में मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा सीट पर और पूर्व सीएम हरीश रावत लालकुआं सीट पर पिछड़ गए हैं।
मणिपुर के पूर्व सीएम ओकराम इबोबी सिंह अपनी थोउबाल सीट से आगे चल रहे हैं, जबकि खुराई और हेरोक सीट पर भाजपा उम्मीदवारों ने बढ़त बना रखी है।
••उत्तराखंड में कांग्रेस के शुरुआती रूझान में बढ़त बनाने पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि हम सरकार बनाने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री का फैसला कांग्रेस अध्यक्ष करेंगी। उन्होंने कहा कि पंजाब में भी कांग्रेस की सरकार बनेगी और वहां ग्रामीण इलाकों में हम काफी मजबूत हैं।
••उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह ने खटीमा सीट पर, जबकि पूर्व सीएम हरीश रावत ने लालकुआं सीट पर बढ़त बना रखी है। गंगोत्री से AAP के सीएम कैंडिडेट अजय कोठियाल आगे चल रहे हैं।
••भेल रानीपुर में भाजपा के आदेश चौहान, रुड़की में कांग्रेस के यशपाल राणा, मसूरी से भाजपा के गणेश जोशी, विकास नगर में कांग्रेस के नवप्रभात, पिथौरागढ़ में कांग्रेस के मयूर महर, पुरोला में भाजपा के दुर्गेश्वर लाल, रुद्रप्रयाग में भाजपा के भरत सिंह चौधरी, पौड़ी में भाजपा के राजकुमार कोरी, बागेश्वर में भाजपा के चंदन रामदास, कपकोट में कांग्रेस के सुरेश गरिया, बद्रीनाथ में कांग्रेस के राजेंद्र सिंह भंडारी, घनसाली में भाजपा के शक्तिलाल शाह आगे चल रहे हैं।
••टिहरी से भाजपा के किशोर उपाध्याय, चकराता से कांग्रेस के प्रीतम सिंह, धर्मपुर से कांग्रेस के दिनेश अग्रवाल, नरेंद्र नगर में भाजपा के सुबोध उनियाल, देहरादून कैंट से कांग्रेस के सूर्यकांत धस्माना, ऋषिकेश से कांग्रेस के प्रेमचंद अग्रवाल और हरिद्वार शहर से भाजपा के मदन कौशिक आगे चल रहे हैं।
••उत्तराखंड की 70 सीटों पर 632 कैंडिडेट्स तो, मणिपुर की 60 सीट पर 265 प्रत्याशियों का भाग्य EVM में बंद है।उत्तराखंड में इस बार 70 सीट पर 65.37% वोटिंग हुई है, जबकि मणिपुर की जनता ने रिकॉर्ड 88% मतदान किया है।
••उत्तराखंड में 1,66,325 पोस्टल बैलेट्स जारी हुए थे, जिनमें से 1,07,314 पोस्टल बैलेट्स आयोग को वापस मिले हैं। इनकी ही गिनती की जाएगी।
••मणिपुर में दो चरण में मतदान हुआ था। दोनों ही चरण में वोटर्स ने जमकर मतदान किया है। एग्जिट पोल्स में यहां भाजपा के सबसे बड़ी पार्टी रहने का अनुमान लगाया गया है।
••उत्तराखंड में कर्णप्रयाग, गंगोत्री, थराली, डीडीहाट और पिथौरागढ़ विधानसभा सीटों पर सबसे ज्यादा सर्विस वोटर्स होने के कारण यहां सबसे ज्यादा पोस्टल बैलेट हैं। इस कारण इन सीटों का रिजल्ट राज्य में सबसे बाद में घोषित होगा।
••उत्तराखंड में गढ़वाल मंडल के 7 जिलों की 41 सीट पर 391 कैंडिडेट भाग्य आजमा रहे हैं, जबकि कुमाऊं मंडल के 6 जिलों की 29 सीटों पर 241 प्रत्याशी मैदान में हैं।
;••राज्य में सरकार विरोधी लहर से बचने के लिए भाजपा ने 4 महीने के अंदर 3 मुख्यमंत्री बदले थे। अब राज्य को 12 महीने के अंदर चौथा मुख्यमंत्री भाजपा देगी या कांग्रेस, यह आज रिजल्ट से तय होना है।
••मणिपुर में पिछले चुनाव के दौरान जुगाड़ से सत्ता में आई भाजपा ने पहली बार सभी 60 सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं।
••ये हैं उत्तराखंड की हॉट सीट••
खटीमा : यहां से दो बार जीत चुके मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सामने कांग्रेस के भुवन कापड़ी खड़े हैं। साल 2017 में धामी ने कापड़ी को महज 2709 वोट से हराया था।
लालकुआं : कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और भाजपा के जिला पंचायत सदस्य मोहन बिष्ट में मुकाबला हुआ है। पिछली बार यहां भाजपा के नवीन चंद्र दुमका 27,108 वोट से जीते थे।
हरिद्वार ग्रामीण : मौजूदा भाजपा विधायक यतीश्वरानंद के सामने पूर्व CM हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत मैदान में हैं। यतीश्वरानंद ने 2017 में हरीश रावत को यहीं 12,278 वोट से हराया था।
गंगोत्री : AAP के सीएम कैंडिडेट कर्नल अजय कोठियाल का मुकाबला भाजपा के सुरेश चौहान और कांग्रेस के विजयपाल सजवाण से हुआ। यहां 2017 में भाजपा के दिवंगत विधायक गोपाल रावत 9,610 वोट से जीते थे।
चौबट्टाखाल : भाजपा के मौजूदा मंत्री सतपाल महाराज की टक्कर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष केसर सिंह नेगी से रही है। 2017 में महाराज यहां पर 7,354 वोट से जीते थे।