बोलता गांव डेस्क।।
आज न कोरोना, न क्रिकेट, न रूस-यूक्रेन, न चीन-पाकिस्तान। आज इंडिया में बस एक बात हो रही है... इलेक्शन रिजल्ट की। उसमें भी सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश की, क्योंकि सियासत के हैवीवेट्स यहीं दंगल लड़ रहे हैं। नाम जुड़ा है योगी और मोदी का तो देश के साथ दुनिया की भी नजर यहीं है।
वोटों की गिनती शुरू होने के साथ ही रुझान भी आने शुरू हो गए हैं। शुरुआती रुझानों में भाजपा आगे है। दूसरे नंबर पर सपा और तीसरे पर बसपा है। योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से और करहल से अखिलेश यादव आगे चल रहे हैं।
•अखिलेश यादव ने शेर ट्वीट किया- इम्तिहान बाकी है हौसलों का, वक्त आ गया है फैसलों का। उन्होंने लिखा कि लोकतंत्र के सिपाही जीत का प्रमाणपत्र लेकर ही लौटें।
•जसवंत नगर से शिवपाल यादव, गाजीपुर के जहूराबाद से ओम प्रकाश राजभर और कुंडा से राजा भैया पीछे। फाजिल नगर से स्वामी प्रसाद मौर्य, नोएडा से राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह और रामपुर से आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आगे चल रहे हैं।
•मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने वाराणसी में EVM पर हुए विवाद पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीनें ट्रेनिंग के लिए ले जाई जा रही थीं। गलती वाराणसी के एडीएम की थी, जिसने राजनीतिक दलों को इस ड्रिल के बारे में जानकारी नहीं दी और पार्टियों जानकारी न होने के चलते सवाल उठाया।
•लखनऊ के सरोजिनी नगर से भाजपा कैंडिडेट राजेश्वर सिंह ने बड़ी जीत का दावा किया। उन्होंने कहा कि यूपी में भाजपा की सरकार बनेगी और वो खुद एक लाख वोटों से जीतेंगे।
यूपी के 9 एग्जिट पोल में योगी को स्पष्ट बहुमत मिलता नजर आ रहा है। भाजपा को 250 सीटें मिलने का अनुमान है और सपा 135 तक सिमटती दिख रही है। ये भी जान लेना जरूरी है कि पिछले 20 साल में आए 4 एग्जिट पोल का क्या हुआ।
2002 के 3 एग्जिट पोल में से 2 में सपा को सबसे बड़ी पार्टी बताया जा रहा था और एक में भाजपा को। सपा के लिए अनुमान करीब-करीब सही साबित हुए थे। चुनाव में उसे 143 सीटें मिली थीं। पर, भाजपा 100 से नीचे सिमट कर 88 पर आई थी। दूसरे नंबर की पार्टी बसपा थी, जिसे 98 सीटें मिली थीं।
2007 में एग्जिट पोल्स कह रहे थे त्रिशंकु विधानसभा होगी। किसी भी पार्टी को 135 से ज्यादा सीटें नहीं दी गई थीं लेकिन, नतीजे एकदम उलट आए। मयावती की बसपा को 206 सीटों के साथ क्लियर मेंडेट मिला। सपा (97) दूसरे नंबर और भाजपा (51) तीसरे नंबर पर रही।
2012 में पोल्स कह रहे थे कि मायावती के हाथ से सत्ता जाएगी। हुआ भी ऐसा ही। सपा ने 224 जीतकर सरकार बनाई। बसपा ने 80 सीटें जीतीं। तीसरे नंबर पर आई भाजपा को 47 सीटें मिलीं।
2017 में 6 में से 4 एग्जिट पोल ने भाजपा को बहुमत दिया था। 200 तक सीटों की बात कही जा रही थी। ये पोल कुछ मायनों में सही तो कुछ मायनों में गलत साबित हुए। सरकार तो भाजपा की ही बनी पर सीटें अनुमान से कहीं ज्यादा आईं यानी 312