जौ का आटा
जौ के आटे में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करता है। इस तरह ये यूरिक एसिड को नियंत्रित करने और पाचन सुधारने में मददगार होता है। इसलिए इसे अपनी रोटी बनाने वाले गेहूं के आटे में थोड़ा- सा जौ का आटा मिलाएं और यूरिक एसिड से छुटकारा पाएं।
अलसी का पाउडर
अलसी में ओमेगा-थ्री फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो सूजन को कम करते हैं और यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करते हैं। ऐसे में गेहूं के आटे में 1-2 चम्मच अलसी का पाउडर मिलाकर इस्तेमाल करें।
अजवाइन
अजवाइन में एंटी-इंफ्लेमेटरी और डिटॉक्सिफाइंग गुण पाए जाते हैं, जो जोड़ों की सूजन को कम करती है और पाचन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। ऐसे में यूरिक एसिड को कम करने के लिए आप आटे में 1-2 चम्मच अजवाइन मिला सकते हैं।
मेथी पाउडर
मेथी के बीजों का पाउडर भी यूरिक एसिड कम करने में मदद करेगा। मेथी के बीज शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करते हैं और सूजन को कम करते हैं। ऐसे में अगर आप भी शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा कम करना चाहते हैं, तो गेहूं के आटे में एक चम्मच मेथी पाउडर मिलाकर इसकी रोटी बनाएं।
इन बातों का ध्यान रखें
- रोजाना 8-10 गिलास पानी पिएं, जिससे शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा यूरिक एसिड निकल सके।
- मांसाहार, शराब और जंक फूड को खाने से जितना हो सके उतना बचें।
- हरी सब्जियां और फाइबर रिच डाइट को फॉलो करना फायदेमंद होगा।