बीजापुर: बस्तर में नक्सलियों के सबसे सशक्त आधार क्षेत्र में बीजापुर, दंतेवाड़ा व सुकमा जिले के दो हजार से अधिक जवानों ने एक सफल अभियान में गुरुवार को नक्सलियों के बटालियन व सेंट्रल रिजनल कमेटी(सीआरसी) कंपनी नंबर-2 के पांच महिला सहित 12 नक्सलियों को मार गिराया था।
नक्सलियों के शव लेकर शुक्रवार की दोपहर जवान सुरक्षित लौट आए हैं। इस अभियान में दर्जन भर रायफल, राकेट लांचर व भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए हैं।
नक्सलियाें के हथियार बनाने की फैक्ट्री को भी जवानों ने ध्वस्त कर दिया है। मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है। पुलिस के अनुसार जवानों के मुठभेड़ सीधे नक्सलियों की बटालियन और और शीर्ष नक्सली कैडरों के साथ हुई थी।
कुख्यात नक्सल कमांडर हिड़मा भागा
जवानों के अभियान से डरकर कुख्यात नक्सल कमांडर हिड़मा, जो कि सेंट्रल कमेटी सदस्य होने के साथ ही नक्सलियों की देश में एकलौती बटालियन का प्रभारी है और बटालियन कमांडर देवा बारसे दोनों ही साथी नक्सलियों को छोड़कर वहां से भाग खड़े हुए।
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुदंरराज पी. ने बताया कि पामेड़ थाना क्षेत्र के तेलंगाना सीमा से लगे तुमरेल, सिगमपल्ली, पुजारीकांकेर, मलेमपेंटा के जंगलों में शीर्ष नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिली थी।
गुरुवार सुबह से शुरू हुई नक्सलियों से मुठभेड़
इसके बाद बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा जिला से रिजर्व गार्ड (डीआरजी), स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ), कोबरा की पांच बटालियन व केंद्रिय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) 229 बटालियन की संयुक्त टीम को नक्सल विरोधी अभियान पर भेजा गया था। अभियान के दौरान गुरुवार की सुबह नौ बजे से नक्सलियों से मुठभेड़ शुरु हुई जाे कि देर रात तक चलती रही।
भारी मात्रा में हथियार बरामद
सुरक्षा बल के जवानों ने मुठभेड़ स्थल से दो 303 रायफल, एक 12 बोर रायफल, एक 315 बोर रायफल, एक बटालियन टेक्निकल टीम द्वारा निर्मित राकेट लांचर, तीन बैरेल ग्रेनेड लांचर लांचर, मय सेल व पोच बरामद हुआ।
इसके बाद चार मजल लोडिंग रायफल के साथ औजार बनाने के उपकरण लेथ मशीन व भारी मात्रा में वायरलेस सेट्र विस्फोटक सामग्री, नक्सल साहित्य व दैनिक उपयोगी सामान बरामद किए हैं।