औरंगाबाद. ग्रामीण इलाकों में पशुपालन हमेशा से किसानों के लिए कमाई का जरिया रहा है. अब शहरी क्षेत्र में डेयरी फॉर्मिंग के नाम से जाना जाने लगा है. औरंगाबाद में कई ऐसे किसान हैं जो, बड़े पैमाने पर गौशाला चलाकर दूध उत्पादन करते हैं. वहीं जिले के सदर प्रखंड के किसान मृत्युंजय मिश्रा गिरलैंडो नामक प्रजाति की गया का पालन कई वर्षो से कर रहे हैं. इस नस्ल की गाय में दूध उत्पादन क्षमता अधिक है.
बता दें कि गिरलैंडो गाय का पालन करना औरंगाबाद के मानसून के लिए बड़ी चुनौती पूर्ण हैं. साथ ही इसके रख-रखाव और दवा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है. किसान मृत्युंजय मिश्रा ने बताया कि गिरलैंडो गाय को अयोध्या में पशु मेला से खरीदा था. इस गाय की कीमत 90 हजार रुपए तक थी.
दो टाइम में 40 लीटर दूध देती है गाय
किसान ने बताया कि इस गाय की विशेषता ह कि यह दो टाइम में लगभग 40 लीटर से अधिक दूध देती है. वहीं ये गर्मियों में भी अधिक दूध देती है. बता दें कि इसके रख-रखाव में बहुत खर्च भी आता है. इसके लिए कई तरह के चोकर, गेहूं, दर्रा, अरहर दाल का दर्रा सहित गेहूं, चना का मिक्स भूंसा खाने के लिए दिया जाता है.
हर माह एक लाख की हो रही कमाई
बता दें कि किसान ने तीन गिरलैंडो गाय को अपने गौशाला में रखा था, जिसमें से एक गाय की असमय मौत हो गई. वहीं 2 गाय से लगभग 80 लीटर तक दूध का उत्पादन होता है, जिसमें महीने का करीब 1 लाख कि बिक्री होती है. वहीं किसान ने बताया कि पशु चिकित्सक से समय-समय पर चेकअप कराते रहते हैं, ताकि इस गाय में हुए परिवर्तन की जानकारी मिलती रहे. बता दें कि गिरलैंडो गाय के लिए कुछ विशेष दवाएं भी है, जिसमें बेबीकॉट सीजीएट, पेरामेडी जैसी दवाओं को हमेशा रखना चाहिए. पशु चिकित्सक के सलाह पर इससे लक्षण के अनुसार समय-समय पर खिलाना चाहिए.