5 October,World Meningitis Day:मेनिनजाइटिस क्या है और कितनी ख़तरनाक है ये बीमारी ? लक्षणों के साथ जानें बचाव का तरीका
मेनिनजाइटिस एक जानलेवा बीमारी है, जो मेनिन्जेस के आसपास मौजूद जमा तरल पदार्थ के संक्रमित होने पर हो सकता है। कई बार इसके लक्षणों को पहचानना कंफ्यूजन भरा होता है क्योंकि इसके लक्षण फ्लू की तरह ही होते हैं। लेकिन यह कुछ घंटों में ही खतरनाक हो सकता है।
प्रति वर्ष 5 अक्टूबर को वर्ल्ड मेनिनजाइटिस डे मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना है। इस दिन इस गंभीर बीमारी की रोकथाम और बचाव के लिए लोगों के बीच जागरूकता फैलाई जाती है। निनजाइटिस को ब्रेन फीवर या दिमागी बुखार के नाम से भी जाना जाता है।
मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स गुरुग्राम में न्यूरोलॉजी विभाग के क्लिनिकल डायरेक्टर व एचओडी डॉक्टर कपिल अग्रवाल ने कहा मेनिनजाइटिस एक ऐसी गंभीर समस्या है, जिसमें दिमाग और रीढ़ की हड्डी की सुरक्षात्मक झिल्लियों (मेनिन्जेस) में सूजन हो जाती है। दुनिया भर में मेनिनजाइटिस के मामले देखें जाते हैं। इस जानलेवा बीमारी में स्पाइनल कॉर्ड और ब्रेन की झिल्ली में सूजन आ जाती है। मेनिन्जेस झिल्लियां हमारे स्पाइनल कॉर्ड और दिमाग को कवर करके रखती हैं। बदलते मौजम में यह डिजीज अधिक खतरनाक हो सकती है।
यह बीमारी किसी भी उम्र के लोगों को अपना शिकार बना सकती है हालांकि छोटे बच्चों में इसका खतरा सबसे ज्यादा होता है। आईए जानते हैं कि आखिर मेनिनजाइटिस बीमारी क्या है और इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय क्या हैं।
फंगस, वायरस, बैक्टीरिया या अमीबा से होने वाले संक्रमण की वजह से मेनिनजाइटिस हो सकता है। यह बीमारी एक दूसरे के संपर्क में आने से भी फैल सकती है। बाहर के बैक्टीरिया आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं, जिसकी वजह से आप दिमागी बुखार यानी ब्रेन फीवर के चपेट में आ सकते हैं।
मेनिनजाइटिस होने पर फ्लू जैसे ही लक्षण दिखाई देते हैं। लेकिन इन मरीजों को अचानक तेज बुखार, सिरदर्द, ठंड लगना, फोटोफोबिया, कंफ्यूजन होना, मतली, उल्टी, गर्दन का अकड़ना जैसे लक्षण नजर आते हैं। सही समय पर इलाज न मिलने पर रोगी को दिव्यांगता की समस्या हो सकती है।